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आज देश में दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग को उचित सम्मान और नए अवसर मिल रहे – पीएम मोदी

समरसता के नए युग की शुरुआत के साथ मोदी ने जताया मप्र और केंद्र में वापसी का विश्वास

Realindianews.com
भोपाल। सागर के बड़तुमा में बनने वाले संत रविदास मंदिर और स्मारक को लेकर विशाल जन समूह के संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि पूजन करते हुए कहा कि दलित-आदिवासी और ओबीसी को सम्मान मिल रहा । पहले की सरकारें केवल चुनावी मौसम में योजनाएं बनाती थी।
मध्य प्रदेश के सागर से 20 किमी दूर बड़तुमा में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सौ करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले संत रविदास मंदिर और स्मारक का भूमिपूजन किया। इसके बाद ढाना में बड़ी जनसभा में कहा कि मैं काशी का सांसद हूं, मुझे वहां संत रविदास की जन्मस्थली पर भी कई बार जाने का मौका मिला इसलिए यह मेरे लिए दोहरी खुशी का अवसर है। संत रविदास के आशीर्वाद से मैं विश्वास से कहता हूं कि आज मैंने शिलान्यास किया है, एक-डेढ़ साल बाद मंदिर बन जाएगा तो लोकार्पण के लिए जरूर आऊंगा।
संत रविदास मुझे अगली बार आने का मौका देने वाले
संत रविदास मुझे अगली बार आने का मौका देने वाले हैं। सागर से सामाजिक समरसता के नए युग की शुरुआत हुई है। प्रेरणा और प्रगति जब एक साथ जुड़ते हैं, तो एक नए युग की नींव पड़ती है। यहां ऐसा ही हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे भरोसा जता दिया कि मिशन 2023 (विधानसभा चुनाव) हो या 2024 में लोकसभा चुनाव, भाजपा सरकारों की वापसी हो रही है। पीएम मोदी ने जुलाई में शहडोल जिले में जनजातीय समाज के लोगों से संवाद किया था, अब बुंदेलखंड में संत रविदास मंदिर के माध्यम से दलित वर्ग को साधने का प्रयास किया है।
वंचित वर्गों को सम्मान मिल रहा
पीएम मोदी ने कहा आज देश में दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग को उचित सम्मान और नए अवसर मिल रहे हैं। अब न यह समाज कमजोर है, न इनका इतिहास कमजोर था। इन लोगों ने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है इसलिए देश इनकी विरासत को सहेज रहा है। पहले की सरकारें केवल चुनावी मौसम देखकर योजनाएं बनाया करती थीं। हमारा प्रयास सबको सहारा देने का है।
समाज ऐसा हो, जहां कोई भूखा न रहे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाई शिवराज सिंह (मुख्यमंत्री) ने भी संत रविदास का एक दोहा सुनाया था। ऐसा चाहूं राज में, जहां मिलै सबन को अन्न, छोटे-बड़ों सब सम बसे, रैदास रहें प्रसन्न। आज देश गुलामी की इसी मानसिकता से मुक्त होने की कोशिश कर रहा है। समाज ऐसा हो, जहां कोई भूखा न रहे। मैं गरीबी का दर्द जानता हूं, गरीब का स्वाभिमान जानता हूं।
संत रविदास ने पराधीनता को पाप बताया था
आजादी के अमृतकाल में गरीबी-भुखमरी से देश को मुक्त करने के प्रयास हो रहे हैं। संत रविदास की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संत रविदास ने पराधीनता को पाप बताया था। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, उससे कोई प्रेम नहीं करता। हमें हर तरह की पराधीनता से मुक्ति पानी है। पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की मातृ वंदना, मिशन इंद्रधनुष, आयुष्मान योजना की उपलब्धियां गिनाते हुए दावा किया कि केंद्र सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी ने कोटा-बीना रेल लाइन दोहरीकरण का लोकार्पण और कई सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।

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