उत्तर प्रदेश

फतेहपुर से एक चौकाने वाली खबर, हर सप्ताह डंस रहा सांप

फतेहपुर

यकीन करना मुश्किल है पर यह सच है। फतेहपुर के सौरा गांव के 24 साल के विकास दुबे का जैसे सांप लगातार पीछा कर रहे हैं। हर हफ्ते एक बार सांप उसे काटता है। वह इलाज से ठीक भी होता है। परेशान होकर वह घर छोड़ गया। मौसी के घर रहने लगा तो वहां भी सांप ने उसे डस लिया। पिछले 30 दिन में उसे पांचवीं बार सांप ने काटा।

मलवा थाने के सौरा निवासी 24 वर्षीय विकास दुबे बताते हैं कि पहली बार दो जून की रात करीब नौ बजे बिस्तर से उतरते हुए पहली बार सांप ने काटा। परिजन शहर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज के लिए ले गए। वहां दो दिन भर्ती रहा। इलाज के बाद ठीक हो घर आ गया। परिजनों को लगा सामान्य घटना है। इसके बाद फिर 10 जून की रात नौ बजे के करीब ही विकास को फिर से सांप ने काटा। परिजन उसी निजी अस्पताल ले गए। इलाज हुआ और वह ठीक होकर घर चला आया। मन में सांप का डर बैठ गया और वह अतिरिक्त सावधानी बरतने लगा। लेकिन सात दिन बाद 17 जून को भी यही हुआ। घर के अंदर ही सांप ने उसे काट लिया। वह अचेत होने लगा और परिजन दहशत में आ गए, लेकिन फिर उसी अस्पताल में इलाज हुआ और वह ठीक हो गया।

चौथी बार सांप ने सात दिन भी नहीं बीतने दिए। चार दिन बाद ही फिर से सांप ने डस लिया। परिजन इलाज के लिए जब अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर भी हैरान थे। इस बार भी वह इलाज के बाद बच गया। नाते-रिश्तेदारों और डाक्टर ने भी सलाह दी कि कुछ दिनों के लिए तुम अपने घर से दूर रहो। युवक अपनी मौसी के घर  शहर के राधानगर में रहने के लिए चला आया। बीते शुक्रवार देर रात करीब सवा 12 बजे उसे घर में ही सांप ने फिर डस लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक का हर बार इलाज करने वाले शहर के डॉ. जवाहरलाल ने कहा- यह हैरान करने वाला संयोग है। हर बार उसे एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन और इमरजेंसी दवाएं देकर इलाज करते हैं। वह ठीक होकर घर चला जाता है। हर बार उसके शरीर पर क्लियर स्नेक बाइट के निशान मिलते हैं।

विकास दुबे का कहना है कि वह परेशान हो गया है। हर पल दहशत बनी रहती है, हर बार सांप काटने से पहले उसको आभास होने लगता है कि उसको सांप काटने वाला है। हर बार इलाज में रुपये भी लग रहे हैं। वहीं विकास के मामा कामतानाथ ने बताया कि हम सभी परेशान हैं कि ऐसा कैसे हो रहा है। जब विकास को तीसरी बार सांप ने काटा था तो घर के कई लोग सामने मौजूद थे। सांप काट कर निकल गया। काफी खोजा भी गया लेकिन सांप नहीं मिला।

 

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