बैतूल में पुलिस ने एक अंधे कत्ल का किया खुलासा, चार महीने पहले हाइवे के पास बंद ढाबे के बाथरूम में जली हुई लाश मिली थी
बैतूल
मध्य प्रदेश के बैतूल में पुलिस ने एक अंधे कत्ल का खुलासा किया है. चार महीने पहले हाइवे के पास बंद ढाबे के बाथरूम में जली हुई लाश मिली थी. पुलिस का कहना है कि मृतक की बेटी और दामाद ने ही उसकी हत्या की और लाश को महाराष्ट्र से लाकर ढाबे के बाथरूम में जला दिया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.
बैतूल के मुलताई थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर चिचन्डा के पास बंद ढाबे में 15 फरवरी को जली लाश मिली थी. पुलिस ने जांच में पाया कि मृतक के बाल लंबे हैं. पुलिस को एक अंगूठी भी मिली थी. इस कत्ल को लेकर पुलिस ने जांच शुरू की.
मुलताई पुलिस ने नेशनल हाइवे के खम्बारा टोल प्लाजा पर और उसके पास स्थित एक पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इन फुटेज में पुलिस को एक संदिग्ध सफेद रंग की कार दिखाई दी. जब इसके नंबर की जांच की गई तो वह कार किरन पत्नी पुरषोत्तम कावले निवासी जिला गोंदिया महाराष्ट्र के नाम से रजिस्टर्ड थी.
इसके बाद पुलिस टीम गोंदिया रवाना हुई. वहां लोगों से पूछताछ में पता चला कि कार मालकिन किरण कावले का पति पुरषोत्तम कावले म्यूजिक टीचर था, जो बड़े बाल रखता था और ब्राउन कलर लगाता था. वह शराब पीने का आदी था. जब पुलिस ने किरण और मृतक के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि पूरा परिवार चार महीने से घर से लापता है. इससे पुलिस का शक बढ़ गया.
म्यूजिक टीचर की पत्नी किरण के बारे में उसके देवर ने बताया कि वह अपनी बहन के पास बाघबोडी जिला भंडारा में है, तो टीम वहां भी पहुंच गई. पुलिस ने मृतक के फोटो ग्राफ्स, अंगूठी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आए हुलिया के बारे में बताकर जब किरण कावले से पूछताछ की तो उसने बताया कि यह हुलिया उसके पति पुरषोत्तम कावले का ही है, जो चार महीने से लापता है.
पुलिस ने जब मृतक की पत्नी किरण कावले से पूछताछ की तो उसने बताया कि पति पुरषोत्तम शराब पीने का आदी था. वह अक्सर लोगों से पैसे उधार था, वापस मांगने आने पर फोन बंद कर कहीं भी चला जाता था. इसी वजह से वह अपनी बेटी के घर रह रही थी.
13 फरवरी को उसकी लड़की मोनिका को पता चला कि पिता की तबीयत खराब है तो वह पति राहुल के साथ पिता को देखने गोरेगांव गई थी. लौटकर उसने मां को बताया कि पिता की तबीयत खराब नहीं है, वह बहुत शराब पी रहे हैं. उन्होंने झगड़ा करके भगा दिया, खुद भी कहीं जाने को कह रहे थे.
पुलिस ने मृतक की बेटी-दामाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने हत्या का राज उगल दिया. उन्होंने बताया कि 13 फरवरी को जब वे पिता से मिलने गए थे तो वहां कहासुनी हो गई थी. इसी छीनाछपटी और मारपीट में पुरुषोत्तम की मौत हो गई थी. इसके बाद बेटी दामाद ने उसकी लाश कार की डिक्की में डाली और उसे लेकर काटोल आ गए. वे हाइवे से होते हुए बैतूल के मुल्ताई पहुंच गए, जहां सुनसान ढाबे में लाश को पेट्रोल डालकर जला दिया.
पुलिस ने इस मामले में मृतक की बेटी 33 वर्षीय मोनिका बाडबुदे निवासी नागपुर और दामाद 36 वर्षीय राहुल बाडबुदे को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
एसडीओपी एसपी सिंह का कहना है कि चार माह पहले जली हुई लाश मिली थी. इस मामले में पुलिस ने मृतक की बेटी और दामाद को गिरफ्तार किया है. उन्होंने म्यूजिक टीचर पुरुषोत्तम की हत्या करना स्वीकार किया है. महाराष्ट्र से बैतूल के मुलताई के पास बंद ढाबे के बाथरूम में लाश जला दी थी.