जहरीली शराब पीने से अब तक 56 लोगों की मौत, भाजपा ने कांग्रेस की चुप्पी पर साधा निशाना
तमिलनाडु
तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 56 लोगों की मौत चुकी है, जबकि 140 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। दिन प्रतिदिन बढ़ती मृतकों की संख्या से प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। इसी मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक पर निशाना साधा है। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और इंडिया ब्लॉक के दूसरे नेताओं की ‘चुप्पी’ ‘काफी चौंकाने वाली’ है। पात्रा ने मौतों को हत्या करार देते हुए कहा कि ज़्यादातर पीड़ित अनुसूचित जाति के थे। भाजपा नेता ने एक प्रेस वार्ता में कहा, "अगर इस देश में 32 से अधिक दलित मारे जाते हैं, तो मैं इसे हत्या कहूंगा, यह मौत नहीं है।"
जहरीली शराब पीने से 193 लोगों की बिगड़ी थी तबीयत
मामले में जानकारी देते हुए DM MS प्रशांत ने बताया कि बीते मंगलवार को अवैध देशी शराब पीने से 193 लोग बीमार पड़ गए थे। आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस घटना के सिलसिले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
शराब में जहरीला मेथनॉल मिलाया गया था: तमिलनाडु CM
इस त्रासदी को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने पुष्टि की कि स्थानीय रूप से बनाई जाने वाली शराब में जहरीला मेथनॉल मिलाया गया था, जिसके कारण मंगलवार को अवैध शराब पीने के कुछ ही घंटों बाद 37 लोगों की मौत हो गई। वहीं, AIADMK प्रमुख पलानीस्वामी ने सीबीआई जांच की मांग को दोहराते हुए राज्य द्वारा नियुक्त एक सदस्यीय आयोग की जांच को सच्चाई को उजागर करने के लिए अपर्याप्त बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने दावा किया कि मेथनॉल के लिए एंटीडोट सहित आवश्यक दवाएं जरूरत के समय उपलब्ध नहीं थीं।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने पलानीस्वामी का उड़ाया मजाक
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने AIADMK प्रमुख पलानीस्वामी को 'चिकित्सा विशेषज्ञ' कहकर उनका मजाक उड़ाया, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि राज्य में मेथनॉल विषाक्तता के लिए एंटीडोट की कमी है। सुब्रमण्यम ने कहा कि पलानीस्वामी 'ओमेप्राजोल' को 'फोमेपिज़ोल' के साथ भ्रमित कर रहे हैं, जबकि फोमेपिज़ोल ही मेथनॉल के लिए वास्तविक एंटीडोट है। वहीं, केरल के आबकारी मंत्री एम.बी. राजेश ने अधिकारियों को नकली शराब के प्रवाह को रोकने के लिए पूरे राज्य में निगरानी बढ़ाने और छापेमारी करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि बीते शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने राज्य के मद्य निषेध और आबकारी मंत्री एस मुथुसामी के तत्काल इस्तीफे की मांग की है। साथ ही राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश में हुई इन मौतों को ‘राज्य प्रायोजित हत्या’ करार दिया है। उन्होंने इस त्रासदी के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है और उनमें से अधिकांश अनुसूचित जाति के थे। इस राज्य प्रायोजित हत्या पर कार्रवाई करने के बजाय द्रमुक इस जघन्य अपराध के खलनायकों को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने प्रदेश में पहले भी हुई ऐसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि शराब माफिया और द्रमुक नेताओं के बीच सांठगांठ है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) को घटना का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और तमिलनाडु सरकार तथा राज्य पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी करके पूछना चाहिए कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।