खेल-जगत

बुमराह और अक्षर पटेल के साथी चिराग गांधी ने 34 वर्ष की उम्र में क्रिकेट किट टांगने का फैसला किया

नई दिल्ली
 एक ओर जहां जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल टी20 विश्व कप 2024 में भारतीय टीम को विश्व विजेता बनाने के लिए मोर्चा संभाले हुए हैं तो दूसरी ओर उनके एक करीबी दोस्त ने कम उम्र में ही क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया है। जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल के साथ गुजरात क्रिकेट टीम में खेलने वाले चिराग गांधी ने सिर्फ 34 वर्ष की उम्र में क्रिकेट किट टांगने का फैसला किया। वह रणजी ट्रॉफी विनिंग टीम का हिस्सा रहे थे और उनके बल्ले से ही विनिंग रन निकला था। 2011 से डोमेस्टिक क्रिकेट करियर का आगाज करने वाले गांधी को हालांकि पार्थिव पटेल, जयदेव उनादकत, जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल के साथ भारत की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला। इस बात की कसक उन्हें जरूर होगी।

उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए लिखा- आज मैं भारतीय क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। 2011-2024 तक का सफर मेरे जीवन का सबसे शानदार दौर रहा है। SDCA सूरत जिला क्रिकेट संघ से शुरुआत से प्रथम श्रेणी क्रिकेट तक, यह सभी उतार-चढ़ावों के साथ एक रोलर कोस्टर की सवारी थी। सभी द्वारा दिखाए गए सभी समर्थन के लिए हमेशा आभारी रहूंगा। मेरे टीम के साथियों, चयनकर्ताओं, कप्तान पार्थिव भाई को हमेशा एक खिलाड़ी के लिए सबसे अच्छा मार्गदर्शन देने के लिए विशेष धन्यवाद।

उन्होंने आगे लिखा- केतन पटेल सर (बचपन के कोच) आपके मार्गदर्शन के बिना मुझे नहीं लगता कि मैं यह कर पाता। अपूर्व देसाई सर ने मेरे करियर में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, मेरी बल्लेबाजी को बेहतर बनाने के लिए धन्यवाद सर, यह हमेशा एक बड़ी सीख थी, आपके सभी समर्थन के लिए धन्यवाद। मैंने खेल को सही भावना से खेला। और मैं चाहता हूं कि मेरे टीम के साथी गुजरात के लिए सही भावना से खेलना जारी रखें और खेल का आनंद लें। मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल वह था जब मैंने रणजी ट्रॉफी के फाइनल में विजयी रन बनाए और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, विजय हजारे और अपनी टीम गुजरात क्रिकेट असोसिएशन के लिए अंतिम रणजी ट्रॉफी जैसी सभी ट्रॉफियां उठाना सबसे अच्छा एहसास था।

उन्होंने अपने सीनियर्स और साथी क्रिकेटरों को धन्यवाद कहते हुए लिखा- पार्थिव पटेल, आरपी सिंह, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, वेणुगोपाल राव और रमेश पोवार के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना और उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानना विशेष था। मैंने उन सभी से बहुत कुछ सीखा है। धोनी से मिलना और उनसे खेल के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त करना भी विशेष था। मैं सब कुछ मिस करने जा रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि यह सही समय है जब मुझे रिटायरमेंट लेना चाहिए। अपने साथियों और कप्तान को आगामी सीजन के लिए शुभकामनाएं।

ऐसा रहा चिराग गांधी का क्रिकेट करियर उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 26 मैच खेलते हुए 41.44 की औसत से एक शतक और 10 अर्धशतक के दम पर 1409 रन बनाए, जबकि 49 लिस्ट-ए मैचों में एक शतक और 4 अर्धशतक के दम पर 1083 रन ठोके। टी20 क्रिकेट में उनके नाम 73 मैचों में 1266 रन दर्ज हैं, जिसमें 7 अर्धशतक हैं।

 

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