सोफिया फिरदौस की हो रही चर्चा, जाने कैसे पिता की जगह बेटी बनी विधायक?
कटक
लोकसभा चुनाव 2024 के साथ ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी सामने आए थे। बेशक ओडिशा में बीजेपी के शानदार जीत ने सभी को हैरान कर दिया। मगर इसी के साथ ओडिशा में एक और इतिहास रचा जा चुका है। राज्य की जनता ने पहली बार किसी मुस्लिम महिला प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगाई है। हम बात कर रहे हैं ओडिशा की बाराबती-कटक विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाली विधायक सोफिया फिरदौस की।
बीजेपी प्रत्याशी को दी मात
सोफिया फिरदौस ओडिशा की विधानसभा पहुंचने वाली पहली महिला विधायक बन गई हैं। इससे पहले किसी मुस्लिम महिला ने ओडिशा के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं की। सोफिया ने बीजेपी उम्मीदवार पूर्ण चंद्र महापात्र को 8,0001 मतों से शिकस्त दे दी है। इसी के साथ अपने पहले चुनाव में ही सोफिया विधायक बन गईं हैं।
पहली बार लड़ा चुनाव
सोफिया फिरदौस ओडिशा के एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। सोफिया के पिता मोहम्मद मुकीम की स्थानीय सियासत में अच्छी-खासी पैठ है। वो कई बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि इस बार ओडिशा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने मोहम्मद मुकीम की बजाए उनकी बेटी सोफिया फिरदौस को टिकट दिया था। वहीं सोफिया पहली ही बार में चुनाव जीत गई हैं।
IIM बेंगलुरु से पूरी की पढ़ाई
बता दें कि सोफिया ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आईआईएम बेंगलुरु से शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। इसके बाद सोफिया ने 2022 में IIM बेंगलुरु से प्रबंधन की पढ़ाई पूरी की।
सोफिया की शादी
बता दें कि सोफिया शादीशुदा हैं। उन्होंने बिजनेसमैन शेख मेराज उल हक से निकाह रचाया है। वहीं सोफिया ने ओडिशा की जिस बाराबती-कटक सीट से जीत का परचम फहराया है, उस सीट का इतिहास भी बेहद दिलचस्प है। 1972 में इसी सीट से राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री नंदिनी सत्पथी ने भी जीत हासिल की थी।