दर्दनाक हादसे में 10 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, पीएम मोदी ने जताया शोक
रुद्रप्रयाग
उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग-बदरीनाथ हाईवे पर रौतेली के पास 23 यात्रियों से भरी एक टेम्पो ट्रैवलर अलकनंदा नदी में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में 10 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। इस हादसे में कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं मौके पर स्थानीय लोगों के साथ एसडीआरएफ, फायर विभाग, पुलिस प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन, डीडीआरएफ समेत अन्य टीमें मौके पर रेस्क्यू कार्य कर रही हैं।
इस हादसे पर शोक जताते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुआ सड़क हादसा हृदयविदारक है। इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है। वहीं पीएमओ से घोषणा की गई है कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
दरअसल, शनिवार को बद्रीनाथ हाइवे से 5 किलोमीटर दूर रौतेली के पास एक 23 यात्रियों से भरी टेम्पो ट्रैवलर बस अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी, जिसमें सवार 23 यात्रियों में से 15 यात्रियों का रेस्क्यू कर लिया गया है। इनको तुरंत नजदीकी अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं अभी और यात्रियों को रेस्क्यू किया जा रहा है। मौके पर रुद्रप्रयाग एसपी डॉ वैशाखा खुद मौजूद हैं। साथ ही मौके पर स्थानीय लोगों के साथ ही एसडीआरएफ, फायर, पुलिस प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन, डीडीआरएफ समेत अन्य टीम मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं।
रुद्रप्रयाग एसपी डॉ वैशाखा ने बताया कि,हमको सूचना मिली कि 23 यात्रियों से भरी टेम्पो ट्रैवलर अचानक अनियंत्रित होकर रौतेली के पास अलकनंदा नदी में गिर गई है। तुरंत मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अभी तक 15 यात्रियों को हॉस्पिटल भेजा है, जिनकी हालत काफी सीरियस है। बाकियों को रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं अभी तक कितने यात्रियों की मौत हुई है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को शुरू हुए 1 महीने से ज्यादा का समय हो गया है। और हर दिन यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। यात्रा के साथ ही अब हादसे भी लगातार बढ़ने शुरू हो गए हैं।