कुवैत से वतन लाए गए 45 भारतीयों के शव, कोच्चि हवाई अड्डे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी
कोच्चि
कुवैत अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर भारत लाए गए हैं। शवों को विशेष विमान से कोच्चि एयरपोर्ट लाया गया, जहां पहले से एंबुलेंस तैनात थी। पार्थिव शरीर कोच्चि हवाई अड्डे पर पहुंचने पर एर्नाकुलम रेंज के डीआईजी पुट्टा विमलादित्य ने कहा कि हमने शवों को प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पहले ही कर ली थी।
केरल और तमिलनाडु से हैं ज्यादातर मृतक
डीआईजी ने कहा कि हमने पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के साथ समन्वय किया है। शव प्राप्त होने के बाद उन्हें उचित तरीके से संबंधित स्थानों पर ले जाया जाएगा। बता दें कि 23 शव केरल के हैं, 7 तमिलनाडु के और 1 कर्नाटक का है। प्रत्येक शव के लिए एक समर्पित वाहन उपलब्ध कराया गया है।
मृतकों में केरल के नागरिक सबसे ज्यादा
कुवैत अग्निकांड में मारे गए लोगों में से सबसे ज्यादा लोग (23) केरल के नागरिक हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु (7) है. इसके अलावा 3-3 नागरिक उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के भी मारे गए हैं. ओडिशा के भी दो लोग इस अग्निकांड की वजह से मौत के मुंह में समा गए. इसके अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, झारखंड, बंगाल, पंजाब और हरियाणा के भी एक-एक नागरिक की मौत हुई है.
केरल के मंत्री भी एयरपोर्ट पहुंचे
उधर, केरल के राजस्व मंत्री के. राजन कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां कुवैत में आग की घटना में 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का विशेष विमान पहुंचा।
सुरेश गोपी बोले- भारत सरकार करेगी सर संभव मदद
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी भी कोच्चि एयरपोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यह त्रासदी इतनी बड़ी है कि यह प्रवासी समुदाय पर आघात है। उन्होंने कहा कि इन्हीं लोगों ने केरल की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद की। व्यक्तिगत क्षति हर घर की है जो इस त्रासदी से प्रभावित हुआ है। सुरेश गोपी ने कहा कि भारत सरकार उचित कार्रवाई और निर्णय लेगी और बहुत उचित राहत प्रदान करेगी।
इमारत में आग लगने से गई 45 भारतीयों की जान
बता दें कि कुवैत के अहमदी प्रांत के दक्षिणी मंगाफ की एक इमारत में लगी भीषण आग में 49 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 45 भारतीयों की जान गई, जिनके शव अब भारत लाए गए।
किस राज्य के कितने लोग मारे गए
क्रमांक | राज्य | संख्या |
1. | केरल | 23 |
2. | तमिलनाडु | 7 |
3. | आंध्र प्रदेश | 3 |
4. | उत्तर प्रदेश | 3 |
5. | ओडिशा | 2 |
6. | महाराष्ट्र | 1 |
7. | कर्नाटक | 1 |
8. | बिहार | 1 |
9. | झारखंड | 1 |
10. | बंगाल | 1 |
11. | पंजाब | 1 |
12. | हरियाणा | 1 |
कब-कैसे हुआ था हादसा?
कुवैत के मीडिया के मुताबिक आग रसोई में लगी थी, अधिकांश मौतें धुएं के कारण हुईं. 12 जून (बुधवार) की सुबह 4.30 बजे अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों ने हादसे की सूचना दी थी. इसका मतलब आग अल सुबह लगी थी, जिस वक्त लोग नींद की आगोश में थे. कुवैती मीडिया के मुताबिक निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 195 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी, जिनमें रहने वाले अधिकांश श्रमिक केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के थे.