किश्तवाड़ में सुबह-सुबह फिर कांपी धरती, या भूकंप, जानें क्या रही तीव्रता
जम्मू
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मंगलवार को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इसके चलते किसी तरह के जानमाल के नुकसान की फिलहाल सूचना नहीं मिली है।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र किश्तवाड़ बताया जा रहा है. इस भूकंप की गहराई 5 किलोमीटर मापी गई है. इतना ही नहीं, सुबह सात बजे चीन के जिजांग प्रांत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर उस भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई. बता दें कि इससे पहले असम में सोमवार शाम को 3.6 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, शाम सात बजकर 12 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गये, जिसका केंद्र ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट पर पूर्वी कार्बी आंगलोंग जिले में जमीन से 23 किलोमीटर नीचे था.
भूकंप के केंद्र का सटीक स्थान नगालैंड सीमा के पास गुवाहाटी से लगभग 170 किमी पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था.पश्चिम कार्बी आंगलोंग, होजई, दिमा हसाओ, गोलाघाट और नागांव जिलों में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये. नगालैंड और मणिपुर के कुछ इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये.
भूकंप आए तो क्या करें और क्या नहीं
1. अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. अगर कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
2. अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
3. अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
4. अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
5. मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.
6. कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
7. अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें.