टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाले दूसरे पाकिस्तानी गेंदबाज बने हारिस राउफ
एडम जाम्पा ने हासिल की अनोखी उपलब्धि, टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बने
टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाले दूसरे पाकिस्तानी गेंदबाज बने हारिस राउफ
हेज़लवुड ने टी20 विश्व कप के प्रारूप पर सवाल उठाए
एंटीगुआ
स्पिनर एडम जाम्पा बुधवार को टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बन गए हैं।
जाम्पा ने सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में चल रहे टी20 विश्व कप में नामीबिया के खिलाफ मुकाबले के दौरान यह उपलब्धि हासिल की। नामीबिया के खिलाफ, 32 वर्षीय खिलाड़ी ने मैच की पहली पारी में चार विकेट हासिल किए। उन्होंने ज़ेन ग्रीन, डेविड विसे, रूबेन ट्रम्पेलमैन और बर्नार्ड स्कोल्ट्ज़ को आउट किया।
क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में, जाम्पा ने 83 मैच और 82 पारियाँ खेलने के बाद 7.20 की इकॉनमी रेट से 100 विकेट लिए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क 62 टी-20 मैच खेलकर 7.72 की इकॉनमी रेट से 76 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर हैं।
मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में नामीबिया को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी। नामीबिया की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 72 रनों पर सिमट गई, जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने केवल 5.4 ओवर में 1 विकेट पर 74 रन बनाकर मैच जीत लिया। एडम जाम्पा (4 ओवर 12 रन 4 विकेट) को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाले दूसरे पाकिस्तानी गेंदबाज बने हारिस राउफ
न्यूयॉर्क
पाकिस्तानी तेज गेंदबाज हारिस राउफ ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 100 विकेट पूरे कर लिये हैं। उन्होंने यह उपलब्धि मंगलवार को नासाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चल रहे विश्व कप के ग्रुप ए मुकाबले में कनाडा के खिलाफ हासिल की।
कनाडा के खिलाफ मैच में राउफ ने अपने चार ओवर के स्पेल में 26 रन देकर 2 विकेट लिये। जिससे उनके कुल 71 मैचों में 101 विकेट हो गए।
श्रेयस मोव्वा क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उनका 100वां विकेट था, जबकि रविंदरपाल सिंह उनके 101वें शिकार बने। वह तीन अंकों की उपलब्धि हासिल करने वाले सिर्फ दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी बने। ऑलराउंडर शादाब खान यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने मेन इन ग्रीन के लिए 103 मैचों में 107 विकेट लिए हैं। कुल मिलाकर, राउफ 100 विकेट के मील के पत्थर तक पहुंचने वाले तीसरे सबसे तेज खिलाड़ी हैं। उनसे आगे केवल अफगानिस्तान और श्रीलंका के कप्तान राशिद खान और वानिंदु हसरंगा हैं।
राशिद ने 53 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की, जबकि हसरंगा ने 63 मैचों में 100 विकेट का आंकड़ा छुआ।
मैच की बात करें तो पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया, जो सतह के हिसाब से एकदम सही फैसला था। कनाडा के लिए आरोन जॉनसन ने बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए 44 गेंदों में 52 रन बनाए। हालांकि उन्हें दूसरे छोर से कोई मदद नहीं मिली और कनाडा की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 106 रन ही बना सकी। पाकिस्तान के लिए हारिस राउफ और मोहम्मद आमिर ने 2-2 व शाहिन शाह अफरीदी और नसीम शाह ने 1-1 विकेट लिया।
जवाब में पाकिस्तान ने 17.3 ओवर में 3 विकेट पर 107 रन बनाकर मैच 7 विकेट से जीत लिया। पाकिस्तान के लिए मोहम्मद रिजवान ने 53 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली, जबकि बाबर आजम ने 33 रन बनाए।
हेज़लवुड ने टी20 विश्व कप के प्रारूप पर सवाल उठाए
न्यूयॉर्क
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेज़लवुड ने टी20 विश्व कप के प्रारूप पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह अजीबोगरीब है कि उनकी टीम का बेहतर रन रेट सुपर 8 चरण में कोई मायने नहीं रखेगा।
टी20 विश्व कप में इस बार 20 टीम भाग ले रही हैं जिन्हें पांच पांच टीम के चार ग्रुप में बांटा गया है। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली दो टीम सुपर 8 में जगह बनाएंगी जहां इन टीमों को दो ग्रुप में बांटा जाएगा। इनमें से प्रत्येक ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली दो टीम सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी।
इस बार टी20 विश्व कप का प्रारूप पिछली बार से भिन्न है। पिछली बार चोटी की टीमों ने सुपर 12 चरण से अपने अभियान की शुरुआत की थी। टीमों को छह-छह के दो ग्रुप में बांटा गया था तथा प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली दो टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी।
ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को नामीबिया को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी जिससे उसका नेट रन रेट प्लस 3.580 पर पहुंच गया। इस जीत से ऑस्ट्रेलिया ने सुपर 8 में भी अपनी जगह पक्की की।
हेज़लवुड ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा,‘‘यह वास्तव में थोड़ा अजीब है क्योंकि ऐसा होता नहीं है। मैंने जितने विश्व कप खेले हैं उनमें संभवत: यह पहला टी20 विश्व कप है जिसका प्रारूप इस तरह से तैयार किया गया है। इसलिए यह थोड़ा भिन्न है।’’
उन्होंने कहा,,‘‘यह इस तरह का प्रारूप है कि इसमें पहले चरण में आप कितना भी अच्छा प्रदर्शन करो या आप अजेय रहते हुए बेहतर नेट रन रेट के साथ आगे बढ़ो तो भी सुपर 8 में वह खास मायने नहीं रखेगा। इसलिए यह थोड़ा अजीब है लेकिन इसको इसी तरह से तैयार किया गया है।’’