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बेगूसराय-बिहार की शिक्षा समिति की सचिव और प्रभारी प्रधानाध्यापक का विवाद डीएम तक पहुंचा

बेगूसराय.

बिहार के बेगूसराय के नावकोठी प्रखंड के छतौना मध्य विद्यालय में शिक्षा समिति की सचिव और प्रभारी प्रधानाध्यापक के बीच लगातार मामला गरमाता जा रहा है। इस विवाद से विद्यालय में विद्यार्थियों के पठन-पाठन पर असर पड़ रहा है। इस मामले में डरे सहमे प्रभारी प्रधानाध्यापक और अन्य शिक्षकों ने जिलाधिकारी एसपी सहित शिक्षा पदाधिकारी से अपनी जान-माल की सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है।

जानकारी के मुताबिक, प्रभारी प्रधानाध्यापक जब स्कूल से मिड डे मील का राशन लेने के लिए जा रहे थे। तभी रास्ते में ही उन्हें घेर लिया गया और उनके साथ मारपीट की गई। उसके बाद उनके गले में रस्सी डालकर उन्हें जान से मारने का प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि मिड डे मील उसकी दुकान से न लेने के कारण उन लोगों के द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले को लेकर काफी हंगामा हुआ और बाद में शिक्षकों द्वारा उन लोगों के खिलाफ नावकोठी में हत्या करने का मामला दर्ज कराया था। वहीं, इस घटना में प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा शिक्षा समिति की सचिव के पति और अन्य लोगों पर जानलेवा हमला, गाली-गलौज और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने से संबंधित मुकदमा भी नावकोठी थाना में दर्ज कराया है। आरोप है कि इस मामले में शिक्षा सचिव द्वारा मुकदमा वापस लेने की धमकी भी लगातार दी जा रही है। अगर मुकदमा वापस नहीं लिया जाएगा तो जान से मार दिया जाएगा। इस घटना के बाद से शिक्षकों में काफी आक्रोश है। बल्कि शिक्षक डरे सहमे हुए भी हैं। इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बेगूसराय के एसपी सहित अन्य पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।

विद्यालय आकर गाली-गलौज करने का आरोप
प्रभारी प्रधानाध्यापक छतौना बिपुल कुमार ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि 25 मई को विद्यालय शिक्षा समिति की सचिव मुन्नी देवी विद्यालय आईं। फिर रसोईघर में घुस कर रसोइए को डांट-फटकार करते हुए विद्यालय से वापस चली गईं। इसके बाद वह फिर पूर्वाह्न के समय विद्यालय आईं और विद्यालय कार्यालय में उनके साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने लगीं। इस दौरान उनके द्वारा पांच हजार रुपये नहीं देने पर चेक पर हस्ताक्षर न करने की बात भी कही गई। साथ ही उनके द्वारा दर्ज केस उठाने और समझौता न करने तक किसी प्रकार के चेक पर हस्ताक्षर न करने की बात कही गई।

'अर्ध नग्न अवस्था में विद्यालय पहुंची शिक्षा समिति सचिव'
बिपुल कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि सचिव मुन्नी देवी उनके साथ गाली-गलौज करते हुए विद्यालय से चली गईं। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद एक बार फिर से मुन्नी देवी, अपने पति और अन्य तीन-चार व्यक्ति के साथ स्कूल परिसर में अर्ध नग्न में अवस्था पहुंचीं। उसके बाद उन्होंने मुझे और मेरे अन्य सहयोगी शिक्षक-शिक्षिकाओं को अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए केस वापस लेने की धमकी दी। इतना ही नहीं उनके द्वारा उन पर और विद्यालय के अन्य शिक्षकों पर विद्यालय परिसर में साड़ी खींचने और गाली-गलौज करने का झूठा आरोप भी लगाया। साथ ही बाहर निकलते हुए सभी को जान से मारने की बात कहते हुए विद्यालय के गेट पर हथियार से लैस होकर खड़ी हो गईं।
इसके बाद उन्होंने तत्काल ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इसकी मामले की सूचना दी। इसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की राय पर तत्काल थाना प्रभारी नावकोठी को फोन पर इसकी सूचना दी गई। सूचना पर थाना प्रभारी नावकोठी पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे। पुलिस को देखते ही सभी लोग वहां से फरार हो गए। इसके बाद थाना अध्यक्ष द्वारा आरोपी के घर पर छापामारी भी की गई, लेकिन कोई नहीं मिला।

'पुलिस ने बचाई हमारी जान'
बिपुल कुमार ने बताया कि पुलिस बल के स्कूल पहुंचने के कारण मेरे और शिक्षकों की जान बच पाई। अन्यथा कोई बड़ी घटना घट सकती थी। इस घटना के बाद से आरोपी द्वारा लगातार स्कूल पहुंचकर गाली-गलौज और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जाता है। इतना ही नहीं एक आरोपी की पत्नी द्वारा मेरे और स्कूल की रसोइया के साथ अवैध संबंध का आवेदन देकर फेसबुक पर इसे वायरल किया जा रहा है। इस संबंध में प्रधानाध्यापक ने नाव कोठी थाना प्रभारी से अपने-अपने शिक्षकों और रसोइया के साथ कभी भी किसी प्रकार की अनहोनी होने की आशंका व्यक्त करते हुए कानूनी सहायता प्रदान करने के साथ-साथ सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसकी प्रति उनके द्वारा जिलाधिकारी, बेगूसराय एसपी और जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों को भेजी गई है।

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