बिज़नेस

वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में पेटीएम का तीन फीसदी गिरा राजस्व

पेटीएम का चौथी तिमाही में घाटा बढ़कर हुआ 550 करोड़ रुपये

वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में पेटीएम का तीन फीसदी गिरा राजस्व

सुजलॉन को जुनिपर ग्रीन एनर्जी से 402 मेगावाट पवन ऊर्जा का नया ठेका मिला

नई दिल्ली
 पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस ने वित्त वर्ष 2023-24 की (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में वन 97 कम्युनिकेशंस का घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में फिनटेक कंपनी को 167.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

वन 97 कम्युनिकेशंस ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 2.8 फीसदी घटकर 2,267.1 करोड़ रुपये हो गई। इससे पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में यह 2,464.6 करोड़ रुपये थी। इस दौरान परिचालन से समेकित राजस्व साल-दर-साल 2.9 फीसदी गिरकर 2,334.5 करोड़ रुपये से 2,267.1 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का क्रमिक रूप से राजस्व 2,850.5 करोड़ रुपये से 20.5 फीसदी गिर गया।

इसके अलावा फिनटेक कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस का पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में घाटा कम होकर 1,422.4 करोड़ रुपये रह गया, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 1,776.5 करोड़ रुपये था। पेटीएम का वार्षिक राजस्व करीब 25 फीसदी बढ़कर 9,978 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 7,990.3 करोड़ रुपये रहा था। पेटीएम ने पीपीबीएल पर आरबीआई के प्रतिबंध से 300-500 करोड़ रुपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया था।

उल्लेखनीय है कि वन 97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने 15 मार्च, 2024 से व्यापारियों सहित उपभोक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेन-देन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है।

सुजलॉन को जुनिपर ग्रीन एनर्जी से 402 मेगावाट पवन ऊर्जा का नया ठेका मिला

नई दिल्ली
 नवीकरणीय ऊर्जा समाधान प्रदाता सुजलॉन समूह को जुनिपर ग्रीन एनर्जी से 402 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए नए ठेके मिले हैं।

कंपनी के एक बयान में कहा, राजस्थान के फतेहगढ़ में सुजलॉन प्रस्तावित साइट पर दोनों परियोजनाओं के लिए हाइब्रिड लैटिस ट्यूबलर (एचएलटी) टावर और तीन मेगावाट की रेटेड क्षमता के साथ कुल 134 पवन टरबाइन जनरेटर (डब्ल्यूटीजी) स्थापित करेंगे।

सुजलॉन समूह के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने एक बयान में कहा, ‘‘जुनिपर ग्रीन एनर्जी हमारी पुरानी ग्राहक है। हम उनके साथ फिर से साझेदारी करके खुश हैं। यह ठेका हमें राजस्थान में विस्तार करने में मदद करेगा।’’

जुनिपर ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेश मनसुखानी ने कहा, ‘‘सुजलॉन की बेजोड़ प्रौद्योगिकी और व्यापक ईपीसी क्षमताएं हमें लागत प्रभावी, भारत में निर्मित नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों के जरिए एक टिकाऊ भारत के निर्माण के हमारे दृष्टिकोण को पूरा करने में मदद करती हैं।’’

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button