न प्रचार किया और न ही संगठन के काम में रुचि…’, जयंत सिन्हा को बीजेपी ने भेजा नोटिस
हजारीबाग
झारखंड में हजारीबाग के बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा के खिलाफ पार्टी की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। वोटिंग समाप्त होने के तुरंत बाद बीजेपी की ओर से सांसद जयंत सिन्हा के खिलाफ एक्शन लिया। पार्टी की ओर से सांसद जयंत सिन्हा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके साथ ही आने वाले समय में उनके खिलाफ पार्टी की ओर से सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई का संदेश दे दिया गया है।
दो दिनों के अंदर जयंत सिन्हा को स्पष्टीकरण देने का निर्देश
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और राज्यसभा सांसद आदित्य साहू की ओर से सोमवार देर शाम जयंत सिन्हा के खिलाफ शो-कॉज नोटिस जारी किया गया। आदित्य साहू ने जयंत सिन्हा को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से पार्टी की ओर से मनीष जायसवाल को प्रत्याशी घोषित किया गया। लेकिन इसके बावजूद वो न तो चुनाव प्रचार-प्रसार और न ही संगठनात्मक कार्य में रुचि ले रहे हैं। इसके बावजूद लोकतंत्र के महापर्व में उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग करना भी उचित नहीं समझा। जयंत सिन्हा के इस रवैये से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। आदित्य साहू ने बताया कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार उन्हें इस संबंध में दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।तीन लोकसभा सीटों और उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में आदित्य साहू ने कहा कि कोडरमा, हजारीबाग और चतरा के साथ गांडेय उपचुनाव में वहां के मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर मतदान किया। उन्होंने दावा किया कि साथ ही यह मतदान प्रदेश से भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को उखाड़ फेंकने के लिए हुआ है। यह मतदान सनातन विरोधियों को सबक सिखाने के लिए हुआ है। यह मतदान आदिवासी, दलित,पिछड़े ,युवा महिला, किसान सभी को ठगने वाली नीति के खिलाफ हुआ है।
जयंत के पुत्र कांग्रेस के मंच पर दिखे, यशवंत ने खुलकर किया विरोध
लोकसभा चुनाव में बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा जहां चुनाव प्रचार से दूर रहे, वहीं कई मौके पर जयंत सिन्हा के पुत्र कांग्रेस उम्मीदवार के मंच पर दिखे। जबकि जयंत सिन्हा के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने खुलकर बीजेपी प्रत्याशी मनीष जायसवाल का विरोध किया। यशवंत सिन्हा ने कांग्रेस प्रत्याशी जेपी भाई पटेल के पक्ष में वोट देने की भी अपील की। वहीं उन्होंने बीजेपी के केंद्रीय नेताओं पर जमकर निशाना साधा।
जयंत सिन्हा ने चुनाव नहीं लड़ने की जताई थी इच्छा
इससे पहले 2 मार्च 2024 को जिस दिन बीजेपी की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गई, उससे पहले जयंत सिन्हा की ओर से चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई थी। इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से पार्टी नेतृत्व को अपने फैसले से अवगत कराया गया था।