साढ़े तीन करोड़ रुपये की चरस के साथ शिवपुरी आए तीन तस्कर गिरफ्तार
शिवपुरी
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ चरस 17 किलो 445 ग्राम बरामद की है। इसकी कीमत तीन करोड़ 48 लाख 90 हजार रुपये है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, कोलारस थाना क्षेत्र की पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि तीन व्यक्ति, जिसमें दो पुरुष व एक महिला पडोरा पुल चौराहा के नीचे अपने-अपने बैगो में चरस रखे हुए हैं, जो कहीं जाने के लिए साधन के इंतजार में खडे हैं। पुलिस ने नेपाल निवासी अवधेश दास, पूर्वी चंपारण थाना घोड़ासहन जिला मोतिहारी बिहार निवासी सुनील कुमार, बवीता देवी के पास से अलग-अलग चरस बरामद की, जिसका कुल वजन कुल 17 किलो 445 ग्राम है और कीमत 3 करोड़ 48 लाख 90 हजार रुपये आकी गई है। चरस को बिहार से मध्य प्रदेश में खपाने के लिए लाया गया था।
फिलहाल पुलिस ने यह खुलासा नहीं किया है कि यह तीनों चरस किसे देने आए थे। जानकारी के अनुसार कोलारस पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि पड़ोरा चौराहे पर दो पुरुष और एक महिला तीन बैगों में चरस के साथ खड़े हुए हैं। उनके पास बड़ी मात्रा में चरस की खेप है।
सूचना पर जब पुलिस ने बताए गए स्थान पर दबिश दी तो वहां पर बताए गए तीन संदिग्ध लोग खड़े मिले। पुलिस ने जब तीनों की तलाशी ली तो उनके बैगों में मादक पदार्थ चरस मिली।
तीनों को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो उनकी पहचान अवधेश दास पुत्र प्रकाश दास उम्र 40 साल निवासी बरमपुडी थाना गौर जिला रांटहाट नेपाल हाल घोड़ासहन पकरी टोला, पूर्वी चंपारण थाना घोड़ासहन जिला मोतिहारी बिहार, सुनील कुमार पुत्र राजेश्वरदास उम्र 25 साल निवासी घोड़ासहन पकरी टोला, पूर्वी चंपारण थाना घोड़ासहन जिला मोतिहारी बिहार व बवीता पत्नी अर्जुन प्रसाद उम्र 45 साल निवासी गोपालगंज बस स्टेण्ड थाना गोपालगंज जिला गोपालगंज बिहार के रूप में की गई।
तीनों के पास से कुल 17 किलो 445 ग्राम चरस बरामद की गई। इस चरस की कीमत 3 करोड 48 लाख 90 हजार रुपये आंकी गई है। पुलिस का कहना है कि तीनों तस्कर कहीं जाने के लिए पडोरा पुल पर वाहन का इंतजार कर रहे थे।
प्रारंभिक पूछताछ में तीनों से यह तो पता चला है कि वह मोतिहारी बिहार से चरस की खेप लेकर आए थे, परंतु पुलिस ने यह नहीं बताया है कि यह चरस लेकर जा कहां रहे थे।
पुलिस सूत्र बताते हैं कि आरोपित अंतर्राज्जीय तस्कर हैं। यह शिवपुरी में चरस खपाने के उपरांत आगे जाने के लिए साधन का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान इन्हें पकड़ लिया गया। पुलिस ने अन्य ठिकानों पर भी छापामार कार्रवाई की है, जल्द ही अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
बस में सफर कर लाए मादक पदार्थ, बताया मजदूर
पुलिस के अनुसार तीनों तस्करों ने पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि वह बिहार से चरस की खेप लेकर बस में आए थे। प्रारंभिक तौर पर पूछताछ में यह सामने आया है कि उनका हुलिया मजदूरों की तरह दिखता है। ऐसे में कोई उन पर संदेह नहीं करता है और वह कहीं पूछताछ होने पर खुद को मजदूर बता देते हैं। ऐसे में पुलिस भी यही समझती है कि वे मजदूर हैं। वहीं यह बात भी सामने आई है कि चरस तस्करी का माफिया कोई और है, इन्हें तो सिर्फ पैडलर के रूप में मजदूरी दी जाती है।