बंपर वोटिंग में कमलनाथ की 5 तो शिवराज की 2 विधानसभाएं टॉप-10 में
भोपाल
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग प्रक्रिया पूरी तरह से खत्म हो गई है. प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में मतदान हुए. पहले चरण और दूसरे चरण में 6-6 सीटों पर वोटिंग हुई, तीसरे चरण में 9, जबकि चौथे चरण में प्रदेश की 8 संसदीय सीटों के लिए मतदान हुआ है. मतदान के बाद अब आंकलन का दौर जारी है कि किस विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा मतदान हुआ और कहां कम हुआ है.
इस आंकलन के बीच प्रदेश के 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों के गृह जिलों में बंपर वोटिंग हुई है, इनके गृह जिले की विधानसभाएं टॉप-10 में शामिल हैं.
कमलनाथ के गृह जिले की 5 विधानसभाएं टॉप-10 में शामिल
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभाओं में वोटिंग के मामले में टॉप-10 में जगह बनाने में प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के गृह जिले की पांच विधानसभाएं सफल हो सकी है, जबकि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर की 2 विधानसभा भी टॉप-10 में शामिल हुए. हालांकि तीसरे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गृह जिले की विधानसभाओं को टॉप टेन में जगह नहीं मिल सकी है.
सबसे ज्यादा वोटिंग में टॉप-10 विधानसभाएं
प्रदेश की 230 विधानसभाओं में वोटिंग के मामले में टॉप-10 की बात करें तो रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 84.37 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर छिंदवाड़ा की दो सीटें रही, जिनमें अमरवाड़ा में 82.70 और जुन्नादेव में 81.86 फीसदी मतदान हुआ. इसके बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की बुदनी विधानसभा में 81.54 प्रतिशत, छिंदवाड़ा की सुसनेर विधानसभा में 80.84, छिंदवाड़ा की ही पांर्ढुणा में 80.66, रतलाम जिले की रतलाम ग्रामीण विधानसभा में 80.56, छिंदवाड़ा की चौरई में 80.51, विदिशा संसदीय सीट की इछावर विधानसभा क्षेत्र में 80.27 और बैतूल संसदीय सीट की बाईसाद विधानसभा सीट पर 79.56 प्रतिशत मतदान हुआ.
छिंदवाड़ा में 7, देवास में 8 विधानसभाएं
बता दें पूर्व सीएम कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट में 7 विधानसभा सीट शामिल हैं, जिनमें जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, चौरई, सौसर, छिंदवाड़ा, परासिया और पांढुर्ना विधानसभा शामिल हैं. जबकि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विदिशा संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी रहे और विदिशा संसदीय सीट में 8 विधानसभा सीट शामिल हैं, जिनमें भोजपुर, सांची, सिलवानी, विदिशा, गंज बसौदा, बुदनी, इछावर और खातेगांव शामिल हैं.