मुंबई-अहमदाबाद रूट पर जल्द ही तीसरी वंदे भारत फर्राटा भरती हुई नजर आएगी
मुंबई
मुंबई-अहमदाबाद रूट पर पहले से ही दो वंदे भारत का परिचालन किया जा रहा है। जल्द ही इस रूट पर तीसरी वंदे भारत फर्राटा भरती हुई नजर आएगी। इस रूट पर चलने वाली अगली वंदे भारत खास होगी। ऐसा बताया जा रहा है कि मुंबई-अहमदाबाद रूट पर अगली वंदे भारत की स्पीड 160 किमी प्रति घंटा होने वाली है। इस रूट पर नई वंदे भारत का तीसरा और आखिरी ट्रायल पूरा किया जा रहा है। इस अत्याधुनिक ट्रेन का निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया गया था और इसने हाल ही में 15000 किलोमीटर का ट्रायल रन शुरू किया है।
यात्रियों का वक्त बचाएगी यह वंदे भारत
नई वंदे भारत ट्रेन स्पीड के साथ-साछ यात्री सुविधाओं और सुरक्षा सुविधाओं के मामले में अन्य वंदे भारत से बेहतर होगी। नई दिल्ली-वाराणसी और नई दिल्ली-कटरा जैसे अन्य मार्गों पर चलने वाली मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों की तुलना में इस रूट पर चलने वाली वंदे भारत कई मायनों में बेहतर होगी। मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर नई वंदे भारत ट्रेन के चलने यात्रियों के 45 मिनट बच जाएंगे। इस रूट पर यात्रा करने में फिलहाल लगभग 5 घंटे और 25 मिनट लगते हैं। इस रूट के लिए खास नए डिजाइन किए गए रेक 140 सेकंड में 160 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने में सक्षम होंगे।
रिपोर्ट्स की मानें तो इस रूट की अन्य वंदे भारत ट्रेन की तरह यह ट्रेन भी रविवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चल सकती है। हालांकि, अभी रेलवे की तरफ से आधिकारिक ऐलान होना बाकी है। मुंबई अहमदाबाद रूट पर ट्रेन संख्या 22962 अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस अहमदाबाद से 06:10 बजे रवाना होती है और 11:35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचती है। यही ट्रेन सुबह 11.35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचने से पहले वडोदरा, सूरत, वापी और बोरीवली जैसे कुछ स्टेशनों पर रुकती है। वापसी में ट्रेन नंबर 22961 मुंबई सेंट्रल-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस मुंबई सेंट्रल से 15:55 बजे रवाना होती है और 21:25 बजे अहमदाबाद पहुंचती है। वापसी यात्रा में ट्रेन दोनों दिशाओं में वडोदरा, सूरत, वापी और बोरीवली स्टेशनों पर रुकेगी।
कब से शुरू हो सकती है मुंबई-अहमदाबाद रूट पर नहीं वंदे भारत
इस ट्रेन के तीसरे और अंतिम ट्रायल के बाद यह बात साफ हो गई है कि जल्द ही इस ट्रेन का ऐलान किया जाएगा। फिलहाल लोकसभा चुनावों की बीच देश में आदर्श आचार संहिता लागू है। इस स्थिति में किसी नई परियोजनाओं, नई ट्रेनों या नई स्कीमों का ऐलान वर्जित होता है। सब कुछ ठीक रहा तो यह ट्रेन जून या जुलाई के बीच चलाई जा सकती है।
क्या-क्या होंगी सुविधाएं
इस नई ट्रेन में कोच के बाहर रियर-व्यू कैमरे सहित चार प्लेटफॉर्म-साइड कैमरे भी लगाए जाएंगे। बेहतर वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग प्रबंधन और रोगाणु-मुक्त वायु आपूर्ति के लिए ट्रेन यूवी रोशनी और उच्च दक्षता वाले कंप्रेसर से सुसज्जित होगी। उन्नत कोच नियंत्रण प्रबंधन प्रणाली से कंट्रोल रूम और रखरखाव कर्मियों के लिए बेहतर निगरानी और इनपुट संभव हो पाएगा।