कोझिकोड में नवविवाहित की हत्या करने की कोशिश करने के आरोप में इंटरपोल ने आरोपी के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस
कोझिकोड
केरल में एक व्यक्ति के खिलाफ शादी के कुछ ही दिनों बाद अपनी नवविवाहित पत्नी पर हमला करने और उसकी हत्या करने की कोशिश करने के आरोप में इंटरपोल ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है. सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में आरोपी जर्मनी में काम करता है और आशंका है कि आरोपी जर्मनी भाग गया हो. पुलिस ने इस बारे में शुक्रवार को यह जानकारी दी है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी का पता लगाने के लिए ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. विदेश मंत्रालय के माध्यम से इंटरपोल को नोटिस जारी करने का आग्रह किया था. इससे पहले पुलिस ने राहुल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था.
पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल के खिलाफ उसकी पत्नी की शिकायत के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई और दहेज को लेकर बहस के बाद राहुल ने उसकी हत्या करने की कोशिश की. ये घटना कथित तौर पर 5 मई को उनकी शादी के बमुश्किल एक हफ्ते बाद हुई है. हालांकि, पीड़िता के ससुराल वालों ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया है कि उन्होंने दहेज की मांग की थी.
आरोपी मां ने महिला पर लगाए गंभीर आरोप
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी राहुल की मां ने दावा किया कि उनकी बहू वैवाहिक घर में रहने से इनकार कर रही थी. जिसके चलते दंपति के बीच बहस हो गई जो लड़ाई हो गई. आरोपी की मां ने कहा कि हमने कभी दहेज की मांग नहीं की, क्योंकि हमें इसकी जरूरत नहीं है.
महिला के शरीर पर हैं चोट के निशान: पुलिस
वहीं, पीड़िता के चेहरे, सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान है. शिकायत में पीड़िता ने कहा कि राहुल ने कथित तौर पर उस पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए मोबाइल फोन चार्जर के केबल का इस्तेमाल कर उसका गला घोंटने की कोशिश की थी.
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस की ओर से चूक हुई और अधिकारियों ने मामले को सुलझाने की कोशिश की. शुरुआती जांच में ये पता चला है कि स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) ने आरोपी की गिरफ्तारी में देरी की, जिससे उसे कथित तौर पर देश छोड़ने में मदद मिली, एसएचओ को निलंबित कर दिया गया और जांच एक नई टीम को सौंप दी गई.
आरोपी का दोस्त गिरफ्तार: पुलिस
इस बीच पुलिस ने राहुल के दोस्त राजेश को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजेश ने राहुल को जर्मनी भागने में मदद की थी. केरल महिला आयोग और राज्य मानवाधिकार आयोग की भी इस मामले पर नजर है और उन्होंने जांच टीम से मामले की रिपोर्ट मांगी है.