मधेपुरा में दो जगहों पर वोट बहिष्कार के साथ 61 प्रतिशत पड़े वोट
मधेपुरा.
मधेपुरा में शांतिपूर्ण माहौल में तीसरे चरण के लोकसभा चुनाव का मतदान संपन्न हो गया। शाम तक 61 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। पिछले वर्ष 60.62 प्रतिशत मतदान हुआ था। दिनभर मौसम खुशनुमा बने रहने से मतदाताओं को परेशानी नहीं हुई। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे और पूरव हवा चलती रही। इस वजह से सुबह में मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ मतदान केंद्रों पर देखने को मिली।
हालांकि दिन चढ़ने के साथ ही मतदान की रफ्तार कुछ धीमी हुई। लेकिन 3 बजे के बाद एक बार फिर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ बढ़ने लगी। शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं में अधिक उत्साह देखने को मिला। खासकर दोपहर बाद मतदान केंद्रों पर महिलाओं की भीड़ अधिक देखी गई।
दो जगह लोगों ने किया वोट का बहिष्कार
जिले के दो जगहों पर सुबह में वोट बहिष्कार की बात भी सामने आई थी, लेकिन बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद लोग मतदान के लिए तैयार हो गए। मदनपुर पंचायत के मैनिरही में लोगों ने सड़क की मांग को लेकर वोट बहिष्कार किया था। इस वजह से दोपहर 12 बजे तक मतदान केंद्र पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं मुरलीगंज के दीनापट्टी सखुआ में भी लोगों वोट बहिष्कार किया था। दोनों जगह पर वरीय अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीणों ने मतदान किया।
राजद-जदयू के बीच सीधा मुकाबला
मधेपुरा लोकसभा सीट पर वैसे तो 8 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। लेकिन सीधा मुकाबला राजद के कुमार चंद्रदीप और जदूय के दिनेशचंद्र यादव के बीच है। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिनेशचंद्र यादव ने राजद के कद्दावर नेता शरद यादव को 3 लाख से अधिक मतों से पटखनी दी थी। हालांकि इस बार दोनों के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है। यहां चुनाव में क्षेत्रीय मुद्दें गौण रहे। हालांकि कुछ जगहो पर युवा रोजगार को लेकर मतदान करने की बात कही।