संगठित एवं जागरूक श्रमिक देश के विकास का आधार हैं
डिंडोरी
जन शिक्षा संस्थान डिंडोरी द्वारा श्रमिक दिवस 01 मई के अवसर पर श्रमिकों के कानूनी अधिकार एवं जागरूकता विषय पर ग्राम पंचायत समनापुर, में मजदूरों के सम्मान और उनके योगदान को समझाने और मानने के लिए आयोजित किया गया. इस क्रम में विभिन्न प्रशिक्षण केन्द्रों, श्रमिक चौराहों एवं कार्य स्थल पर श्रमिकों के जागरूकता एवं उनके कानूनी अधिकार के संबंध में उन्हें जागरूक किया गया l उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक दिवाकर द्विवेदी ने कहा कि हमारे देश के श्रमिक भाइयों के कल्याण एवं विकास के लिये अनेक कानून बनाये गये है केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारों ने श्रमिकों के कल्याण के लिये कई कार्यक्रम बनाये है जिसकी जानकारी एवं जागरूकता की विशेष आवश्यकता है किन्तु श्रमिक भाइयों के ज्यादातर अशिक्षित एवं जागरूक न होने के कारण उन्हें लाभ नही मिल पा रहा है समाज के प्रत्येक नागरिक तथा स्वैच्छिक संगठनों को श्रमिकों को संगठित एवं जागरूक करने के साथ उनके मौलिक अधिकार के बारे में जागरूक किया जाना आवश्यक है
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के सरपंच उपसरपंच तथा महिला सशक्तिकरण को रेखांकित करते हुए महिला evam बाल विकास vibhag की सुपरवाइजर श्रीमती सरिता इनवाती एवं श्रीमती चंद्रकांता परते आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ तथा अनेक ग्रामीण जन उपस्थित रहे l श्रीमती चंद्रकांता ने कहा की इस जागरूकता कार्यक्रम से हम सभी शासन की योजनाओं की जानकारी के साथ सभी श्रमिक लाभान्वित होगें।
इस अवसर पर संस्थान के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण का किया गया तथा उन्हें इस प्रमाण पत्र की उपयोगिता के विषय में विस्तार से बताया गया। अपने संबोधन में mahila evam बाल विकास vibhag की सुपरवाइजर श्रीमती चंद्रकांता परस्ते ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन सामाजिक संघर्ष के प्रति हमारे समाज के संकल्प को मजबूत करता है और मजदूरों के साथ उनका समर्थन करके हम एक समर्थ और सामूहिक समाज की दिशा में कदम बढ़ाते हैं। यह कार्यक्रम न केवल मजदूरों के सम्मान में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह एक समर्थ और सामूहिक समाज के निर्माण की दिशा में भी हमें प्रेरित करता है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्थान के अधिकारी चंदन चौहान ने कहा कि विश्व मजदूर दिवस के इस उत्सव ने हमें एक साथ मिलकर समाज की सामूहिक उन्नति के लिए एक समर्थ और विश्वासनीय प्रयास का प्रतीक प्रस्तुत करना है, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मजदूरों के अधिकारों की जागरूकता बढ़ाना, उनके सम्मान करना, और उनके साथ एक मिलनसार समाज बनाने की थी श्रीमती मिथिलेश परस्ते में श्रीमती लक्ष्मी तेकाम ने मजदूरों के योगदान की महत्वता पर चर्चा की और कथन का समर्थन किया । कार्यक्रम में संस्थान की ट्रेनर एवं रिसोर्स पर्सन श्रीमती आशा बर्मन, श्रीमती अंजलि तेकाम, खुशबू बर्मन, तथा निखिल तिवारी अपने अनेक लाभार्थियों के साथ उपस्थित रहे l