बलरामपुर रामनुजगंज में मतदान प्रतिशत बढ़ाने जनजातीय लोगों ने किया नृत्य
बलरामपुर रामनुजगंज.
बलरामपुर रामनुजगंज लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए जिले में मतदान को महज दो दिन शेष हैं। वहीं एक तरफ जिला प्रशासन जिले में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए पूरी तैयारियों में जुटा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ स्वीप अंतर्गत मतदाताओं को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति जागरूक कर मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान में पिछड़ी जनजाति समुदाय के लोगों का अद्भूत उत्साह देखने को मिल रहा है, ये लोग अपने पारंपरिक नृत्य एवं रिति रिवाजों के अनुरूप घर-घर जाकर लोगों को चावल(अक्षत) एवं साल के पत्ते पर मतदान की तिथि एवं समय अंकित कर मतदान के लिए न्यौता दे रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रिमिजियुस एक्का के निर्देशानुसार जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति वाले चिन्हांकित बसाहटों में मतदाता जागरूकता अभियान आयोजित किया जा रहा है। जिसके तहत् पारंपरिक नृत्य एवं रंगोली के माध्यम से मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सरलता से जीवन-यापन करने वाले इन विशेष पिछड़ी समुदाय के लोगों को घर-घर जाकर आगामी लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होकर मतदान करने के लिए शपथ भी दिलाया जा रहा है। इन क्षेत्रों में सक्रिय महिला एवं पुरूष सदस्यों द्वारा मतदान तिथि, मतदान केन्द्र, तथा मतदान केन्द्र में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी अवगत कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि स्वीप नोडल एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में जिले में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लगातार मतदाता जागरूकता अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के लोगों को घर-घर जाकर पारंपरिक तरीके से अक्षत, साल के पत्ते पर मतदान की तिथि एवं समय अंकित कर लोगों को मतदान के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। लोकतंत्र के महात्यौहार में बलरामपुर जिले की सक्रिय मतदाता टोली के द्वारा जैव विविधता से परिपूर्ण विशेष पिछड़ी जनजाति बसावटों के साथ साथ सभी पंचायतों में साल पत्र के तरुण पल्लव पर मतदान तिथि तथा समय अंकित करते हुए घर घर जाकर वोट के लिए न्यौता दिया गया।