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आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया ने अजीम सैयद को सीएफओ किया नियुक्त

स्टार हेल्थ इंश्योरेंस का चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 40 प्रतिशत बढ़कर 142 करोड़ रुपये

आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया ने अजीम सैयद को सीएफओ किया नियुक्त

भारत की सोने की मांग जनवरी-मार्च में उच्च कीमत के बावजूद आठ प्रतिशत बढ़कर 136.6 टन

नई दिल्ली
 स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस का चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में शुद्ध लाभ 40 प्रतिशत बढ़कर 142 करोड़ रुपये हो गया।

कंपनी का पिछले साल इसी तिमाही में शुद्ध लाभ 102 करोड़ रुपये रहा था।

स्टार्ट हेल्थ ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का सकल लिखित प्रीमियम बढ़कर 4,968 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 4,199 करोड़ रुपये था।

शुद्ध प्रीमियम भी पिछले साल की इसी तिमाही के 3,993 करोड़ रुपए की तुलना में बढ़कर 4,570 करोड़ रुपए हो गया।

आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया ने अजीम सैयद को सीएफओ किया नियुक्त

नई दिल्ली,
 आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया ने अजीम सैयद को कंपनी का मुख्य वित्तीय अधिकारी और मुख्य निवेशक संबंध अधिकारी नियुक्त किया है।

कंपनी ने  एक बयान में कहा कि वह एक मई 2024 से कार्यभार संभालेंगे।

अपनी नई भूमिका में वह भारत, पश्चिम एशिया और अफ्रीका क्षेत्र में वित्तीय प्रदर्शन को बढ़ाने और परिचालन दक्षता को सक्षम करने के लिए कार्यकारी दल के साथ मिलकर काम करेंगे।

आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रमोद सागर ने कहा, ‘‘ हम अजीम का मुख्य वित्तीय अधिकारी और मुख्य निवेशक संबंध अधिकारी के रूप में हमारे नेतृत्व दल में स्वागत करते हैं…उनका विशाल अनुभव तथा विशेषज्ञता हमारी वित्तीय रणनीतियों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। क्षेत्र में बाजार अग्रणी के रूप में कंपनी की स्थिति को और मजबूत करेगी।’’

विएना स्थित आरएचआई मैगनेसिटा की अनुषंगी कंपनी आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड इस्पात, सीमेंट, अलौह धातुओं और कांच सहित प्रमुख उद्योगों द्वारा उपयोग किए जाने वाले उच्च श्रेणी के रिफ्रैक्टरी उत्पादों की आपूर्तिकर्ता है।

 

भारत की सोने की मांग जनवरी-मार्च में उच्च कीमत के बावजूद आठ प्रतिशत बढ़कर 136.6 टन

नई दिल्ली,
भारत की सोने की मांग कीमतों के ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद मजबूत आर्थिक माहौल के दम पर जनवरी-मार्च तिमाही में सालाना आधार पर आठ प्रतिशत बढ़कर 136.6 टन हो गई। विश्व स्वर्ण परिषद ने यह जानकारी दी।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सोने की खरीद से भी मांग में वृद्धि हुई।

इस वर्ष जनवरी-मार्च में मूल्य के संदर्भ में भारत की सोने की मांग वार्षिक आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 75,470 करोड़ रुपये हो गई। इसका कारण मात्रा में वृद्धि के साथ-साथ तिमाही औसत कीमतों में 11 प्रतिशत की वृद्धि भी है।

विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने अपनी वैश्विक रिपोर्ट ‘गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स क्यू1 2024’ जारी की। इसके अनुसार, भारत की कुल सोने की मांग, जिसमें आभूषण तथा निवेश दोनों शामिल हैं…इस साल जनवरी-मार्च में बढ़कर 136.6 टन हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 126.3 टन थी।

भारत में सोने की कुल मांग में से आभूषणों की मांग चार प्रतिशत बढ़कर 95.5 टन हो गई। कुल निवेश मांग (बार, सिक्के आदि के रूप में) 19 प्रतिशत बढ़कर 41.1 टन हो गई।

डब्ल्यूजीसी के भारत में क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन जैन ने कहा कि सोने की मांग में वृद्धि भारतीयों के सोने के साथ स्थायी रिश्ते की पुष्टि करती है।

उन्होंने कहा, ‘‘ भारत का निरंतर मजबूत वृहद आर्थिक परिवेश सोने के आभूषणों की खपत के लिए सहायक रहा, हालांकि मार्च में कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं। इससे तिमाही समाप्त होने पर बिक्री कम हुई।’’

जैन को उम्मीद है कि इस वर्ष भारत में सोने की मांग 700-800 टन के आसपास रहेगी।

उन्होंने कहा कि अगर कीमतों में तेजी जारी रहती है तो मांग इस सीमा के निचले स्तर पर हो सकती है। 2023 में देश में सोने की मांग 747.5 टन थी।

मांग वृद्धि को बढ़ावा देने वाले कारकों के बारे में पूछे जाने पर जैन ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ ऐतिहासिक रूप से, भारत और चीन सहित दुनिया के पूर्वी बाजार में तब्दीली तब आती है जब कीमतें नीचे जा रही होती हैं और उतार-चढ़ाव होता है, जबकि पश्चिमी बाजार में तब्दीली तब आती है जब कीमतें ऊपर जा रही होती हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ पहली बार हमने पूर्ण उलटफेर देखा है, जहां भारतीय और चीनी बाजारों में सोने की कीमतों में वृद्धि पर तब्दीली आई है। ’’

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