स्वस्थ-जगत

चावल धोने के फायदे: खाने की अधिक स्वादिष्टता और पोषण

चावल भारतीय भोजन थाली का एक अहम हिस्सा है. देश के लगभग हर घर में खाने के लिए चावल बनाया जाता है. चाहे सफेद हो या ब्राउन चावल दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले अनाज में से एक हैं.

इसका एक कारण यह भी है कि चावल को बनाना बहुत ही आसान होता है. इसे बस एक पतीले में पर्याप्त पानी के साथ उबाला होता है जब तक कि यह पूरी तरह से सॉफ्ट ना हो जाए. वैसे तो ज्यादातर लोग चावल को बनाने से पहले इसे अच्छी तरह से पानी में धोते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो राइस मेकिंग के इस स्टेप को छोड़ देते हैं. यदि आप भी इसमें शामिल हैं तो यहां जान लीजिए कि चावल को धोकर बनाकर खाने से सेहत को कितना फायदा पहुंचता है. 

फूड सेफ्टी के नजरिए से जरूरी

जर्नल ऑफ हैज़ार्डस मैटेरियल में प्रकाशित 2021 के एक अध्ययन में पाया गया कि खाना पकाने से पहले चावल धोने से पैकेजिंग के दौरान इसमें मिलने वाले माइक्रोप्लास्टिक 20-40% कम हो जाता है. 

धोने से निकल जाते हैं चावल से टॉक्सिन

हालांकि इस बात के भी सीमित प्रमाण हैं कि व्यावसायिक रूप से उपलब्ध चावल को साफ करने से इसकी आर्सेनिक सांद्रता कम हो सकती है. आर्सेनिक प्राकृतिक रूप से मिट्टी और पानी में पाया जाता है और इसे जहरीला माना जाता है. ऐसे में चावल की विषाक्तता को कम करने के लिए इसे बनाने से पहले धोना एक अच्छा घरेलू उपाय माना जाता है.

चावल को धोने का सही तरीका

भूरे या सफेद चावल से आर्सेनिक हटाने के लिए आप इसे हल्का उबाल सकते हैं. पानी को निकालने से पहले पांच मिनट के लिए उबलते पानी में चावल डालें फिर इसके बाद चावल को सामान्य रूप से पकाएं. एफडीए के अनुसार, एक भाग चावल में 6 से 10 भाग पानी मिलाकर पकाने और फिर इसके बाद पानी निकालने से अकार्बनिक आर्सेनिक 40-60% तक कम हो सकता है

चावल धोकर बनाने के फायदे

चावल को धोकर बनाने से यह चिपचिपा नहीं बनता है. साथ ही यह फूड सेफ्टी के नजरिए से भी सुरक्षित होता है. इसके अलावा धोने से चावल में छिपे छोटे कीड़े भी अच्छी तरह से साफ हो जाते हैं. हालांकि ऐसा भी माना जाता है कि चावल को धोने से इसमें मौजूद पोषक तत्व भी कम हो जाते हैं. ऐसे में जो लोग चावल को मुख्य अनाज के रूप में खाते हैं उन्हें इसे बिना धोए ही बनाना चाहिए.

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