साल के अंत तक देश में सर्विस सेलेक्शन बोर्ड की संख्या 12 से बढ़कर अब 15 हो जाएगी
नई दिल्ली
भारतीय सेना में अफसरों की कमी पूरी करने के लिए नए सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (SSB) खोले जाएंगे। भारतीय सेना इस पर काम कर रही है और इस साल के अंत तक 3 नए SSB खोलने की तैयारी है। कुल मिलाकर अभी 12 बोर्ड हैं जो जल्द 15 हो जाएंगे। हालांकि, अभी सिलेक्शन सेंटर चार ही रहेंगे और उनके तहत ही नए बोर्ड खुलेंगे। सेना सूत्रों के मुताबिक, जो 3 नए SSB खोले जाएंगे उसमें एक जालंधर सेंटर के तहत, एक बेंगलुरु सेंटर के तहत और एक भोपाल सेंटर के तहत खोलने की तैयारी है। सेना के अभी चार सिलेक्शन सेंटर हैं, जिनमें नॉर्थ जालंधर में, सेंट्रल भोपाल में, साउथ बेंगलुरु में और ईस्ट इलाहाबाद में है।
किस सेंटर के तहत खुलेंगे बोर्ड
सेना के भोपाल सिलेक्शन सेंटर के तहत अभी तीन बोर्ड हैं। इसमें एक और नया बोर्ड खोला जाएगा। बेंगलुरु और जालंधर सिलेक्शन सेंटर के तहत 2-2 बोर्ड हैं और इन दोनों में एक-एक और बोर्ड खोला जाएगा। इलाहाबाद सिलेक्शन सेंटर में पहले से ही 5 बोर्ड हैं। सेना में अभी करीब 9900 ऑफिसर्स की कमी है। इसमें ज्यादातर कमी कैप्टन और मेजर स्तर पर है। सेना के अधिकारी के मुताबिक, यह कमी धीरे धीरे घट रही है और आने वाले वक्त में यह और घटेगी। इसकी वजह है कि वेस्टेज ज्यादा नहीं है। वेस्टेज का मतलब कितने रिटायरमेंट सहित अलग-अलग वजह से सेना से बाहर हो रहे हैं। जितना इनटेक है यानी जितने ऑफिसर सेना में शामिल हो रहे हैं उससे कम रिटायर हो रहे हैं।
ज्यादा स्क्रीनिंग मतलब ज्यादा अफसर
सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, ज्यादा सर्विस सिलेक्शन बोर्ड होने से ज्यादा कैंडिडेट्स का इंटरव्यू लिया जा सकेगा। ज्यादा कैंडिडेट्स की स्क्रीनिंग हो सकेगी और ज्यादा कैंडिडेट्स का चयन हो सकेगा। इससे सेना में अफसरों की कमी कम होगी। ज्यादा कैंडिडेट्स के असेसमेंट के लिए भी ज्यादा अफसरों की जरूरत होगी और इसलिए ज्यादा ऑफिसर्स को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है। हर साल करीब 10 लाख से ज्यादा युवा सेना के लिए अप्लाई करते हैं। SSB के लिए 80 हजार शॉर्ट लिस्ट किए जाते हैं। 2020-21 में 1250 युवाओं ने SSB क्लियर कर प्री ट्रेनिंग जॉइन की थी। 2022 में 1340 युवाओं ने और 2023 में 1700 कैंडिडेट्स सिलेक्ट हुए थे।