ममता बनर्जी और कंगना रनौत के खिलाफ टिप्पणी पड़ी भारी, चुनाव आयोग ने लिया ऐक्शन, दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को नोटिस
नई दिल्ली
हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और हिमाचल प्रदेश की मंडी से बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत पर की गई टिप्पणियों को लेकर चुनाव आयोग ने ऐक्शन लिया है। ममता बनर्जी पर बयान देने वाले बीजेपी सांसद दिलीप घोष और कंगना रनौत पर विवादित पोस्ट को लेकर घिरीं कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत को नोटिस दिया गया है। चुनाव आयोग ने दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत की टिप्पणियों को 'अशोभनीय और गलत' बताया है।
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश के मंडी से टिकट दिया है। इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के सोशल मीडिया अकाउंट से कंगना रनौत को लेकर विवादित पोस्ट किया गया। हालांकि, बाद में सुप्रिया ने दावा किया कि उनके अकाउंट का एक्सेस कई लोगों के पास है। उन्हीं में से किसी ने यह पोस्ट किया। उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर लिखा, ''मेरे फेसबुक और इंस्टा के अकाउंट पर कई लोगों का एक्सेस है। इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था। मुझे जैसे ही इसकी जानकारी हुई मैंने वह पोस्ट हटा दिया। जो भी मुझे जानते हैं, वह यह अच्छी तरह से जानते हैं कि मैं किसी भी महिला के लिए व्यक्तिगत बात नहीं करती हूं।''
उधर, बीजेपी सांसद घोष को एक कथित वीडियो क्लिप में बनर्जी की पारिवारिक पृष्ठभूमि का मजाक उड़ाते हुए सुना गया था। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। घोष ने अपने विवादास्पद बयान पर बुधवार को खेद भी जताया। बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी और अन्य लोगों को उनके शब्दों के चयन पर आपत्ति है। उन्होंने कहा, ''अगर ऐसा है तो मुझे इसके लिए खेद है।'' पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष घोष ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री से कोई निजी दुश्मनी नहीं है।
'बनर्जी के राजनीतिक बयानों का विरोध किया था'
दिलीप घोष ने कहा, ''पहली बार नहीं है कि मेरे बयानों पर विवाद खड़ा हुआ है, क्योंकि मैं गलती करने वालों के मुंह पर अपनी बात कहता हूं।'' उन्होंने दावा किया कि उन्होंने केवल बनर्जी के राजनीतिक बयानों का विरोध किया था। हालांकि, घोष ने यह भी कहा कि उनकी टिप्पणियों पर महिला सम्मान की बात उठी है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और उनके पिता शिशिर अधिकारी के खिलाफ अपमानजनक बात कही है तो क्या उनका अपमान नहीं है? घोष ने दुर्गापुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ''क्या शुभेंदु केवल इसलिए सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते क्योंकि वह पुरुष हैं?'' बीजेपी ने मेदिनीपुर से निवर्तमान सांसद घोष को इस चुनाव में बर्द्धमान-दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतारा है।
महिला आयोग तक पहुंचा सुप्रिया श्रीनेत का मामला
कंगना रनौत पर की गई टिप्पणी का यह मामला महिला आयोग तक पहुंच गया। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने सोमवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा उम्मीदवार एवं अभिनेत्री कंगना रनौत पर कथित अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और एचएस अहीर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। एनसीडब्ल्यू ने कहा कि आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर श्रीनेत और अहीर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसने अपने पोस्ट में कहा, ''राष्ट्रीय महिला आयोग सुप्रिया श्रीनेत के अपमानजनक आचरण से स्तब्ध है। सुप्रिया श्रीनेत एवं श्री. एच.एस. अहीर ने सोशल मीडिया पर कंगना रनौत के बारे में अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी की थी। ऐसा व्यवहार असहनीय है और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ है। रेखा शर्मा ने निर्वाचन आयुक्त को पत्र भेजकर उनके खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की है। आइए सभी महिलाओं के लिए सम्मान और गरिमा बनाए रखें। महिलाओं का सम्मान करें।''