न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के छात्र की मौत, इस साल अब तक 7 भारतीयों ने तोड़ा दम
न्यूयॉर्क
न्यूयॉर्क में भारत के कॉन्सुलेट जनरल ने इसे दुखद घटना बताते हुए एक्स पर लिखा है कि अभिजीत पारुचुरु के पार्थिव शरीर को भारत भेजा गया है। इसके लिए दस्तावेज तैयार करने में वह स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में रहे। अभिजीत पारुचुरु की उम्र 20 साल थी और उनका अंतिम संस्कार आंध्र प्रदेश में उनके गृहनगर तेनाली में किया गया।
साल 2024 में अब तक सात भारतीयों की मौत
इस साल यानी 2024 में अमेरिका में सात भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों की मौत हो चुकी है। भारतीय छात्रों पर लगातार हमले की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस वजह से वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों में डर का माहौल है।
मार्च 2024 में वॉशिंगटन विश्वविद्यालय के छात्र और कुचुपुड़ी डांसर अमरनाथ घोष को सेंट लुइस में गोली मार दी गई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले अमरनाथ घोष साल 2023 में अमेरिका चले गए थे। घोष के शरीर पर कई गोलियां दागी गई थी, जिस वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
5 फरवरी 2024 को भारतीय मूल के छात्र समीर कामथ का शव इंडियाना क्षेत्र में मिला था। समीर कामथ पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र थे।
2 फरवरी 2024 को वाशिंगटन में एक रेस्तरां के बाहर भारतीय मूल के आईटी एग्जीक्यूटिव विवेक तनेजा पर हमला हुआ था। इस हमले में उनकी मौत हो गई थी।
इसी साल जनवरी महीने में ओहायो में लिंडनर स्कूल ऑफ बिजनेस के छात्र श्रेयस रेड्डी का शव मिला था।
जनवरी के महीने में ही पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र नील आचार्य के लापता होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद नील की मौत की पुष्टि हो गई थी।
फरवरी में अमेरिका में एक और भारतीय मूल के छात्र की मौत हो गई थी। छात्र का नाम अकुल धवन था और वो इलिनोइस विश्वविद्यालय अर्बाना-शैंपेन के छात्र
अब अभिजीत पारुचुरु की मौत की खबर सामने आई है। फिलहाल उन पर किसी तरह के हमले की पुष्टि नहीं हुई है।
भारतीयों पर बढ़ते हमले चिंता का विषय
अमेरिका में भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों पर बढ़ते हमले अब चिंता का विषय बन गए हैं। ऐसे में वॉशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास द्वारा अमेरिका के अलग अलग शहरों में रह रहे भारतीय छात्रों से वर्चुअल मीटिंग की गई। इस मीटिंग में अमेरिका के 90 विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों और भारतीय छात्र संघ के करीब 150 पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस वर्चुअल मीटिंग में अटलांटा, शिकागो, ह्यूस्टन, न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को और सिएटल में रह रहे भारत के कॉन्सुलेट जनरल भी मौजूद रहे। इस मीटिंग में भारतीयों पर लगातार हो रहे हमलों के बारे में चर्चा की गई।