हार्ट अटैक को रोकने में एंजियोप्लास्टी का महत्व: जानें तकनीकी विवरण।
अमिताभ बच्चन की सर्जरी की फैली न्यूज
सोशल मीडिया पर 15 मार्च, शुक्रवार को अचानक सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के लिए दुआएं शुरू हो गई। खोजने पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के बारे में पता चला जिसमें दावा किया जा रहा है कि 81 वर्षीय 'बिग बी' को कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। जहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। रिपोर्ट्स के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया गया कि उनकी लेग एंजियोप्लास्टी की गई है। हालांकि इस बारे में आधिकारिक पुष्टी नहीं है। इस आर्टिकल में आपको केवल लेग एंजियोप्लास्टी के बारे में बताया जा रहा है।
दिल की सर्जरी होती है एंजियोप्लास्टी
प्लाक और कोलेस्ट्रॉल से दिल की नसें ब्लॉक हो जाती हैं। जिसकी वजह से हार्ट अटैक आ सकता है। इन कोरोनरी आर्टरीज को खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी की जाती है।
अमिताभ बच्चन की लेग एंजियोप्लास्टी की खबर
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक अमिताभ बच्चन की लेग एंजियोप्लास्टी हुई है। क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार इस सर्जरी को लोअर एक्सट्रीमिटी रीवैस्कुलेराइजेशन कहा जाता है। जिसमें दिल से पैर तक खून ले जाने वाली नस की ब्लॉकेज या सिकुड़न खोली जाती है। इस बीमारी को पेरिफेरल आर्टरी डिजीज कहा जाता है।
पैर दर्द है पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का लक्षण
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक पैर में दर्द होना पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का सबसे आम लक्षण है। यह दर्द पैर से काम लेने पर बढ़ जाता है और आराम करने पर कम होता है। दर्द के साथ पैर की कमजोरी, पैर पर हेयर लॉस, ठंडे पैर, पैर की पल्स खोना जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं।
बना रहता है हार्ट अटैक का खतरा
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज सीधे तौर पर हार्ट अटैक का कारण नहीं बनती है। लेकिन इसके मरीजों में मायोकार्डियल इन्फार्कशन के मामले देखे जाते हैं। क्योंकि इसके साथ दिल तक खून ले जाने वाली नसों में ब्लॉकेज की आशंका बढ़ जाती है।
लेग रीवैस्कुलेराइजेशन के टाइप
लेग रीवैस्कुलेराइजेशन के अंदर लेग एंजियोप्लास्टी, स्टेंट डालना, एथेरेक्टोमी, बायपास और एंडेरटेरेक्टोमी की जाती है।
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज से बचाव
शारीरिक गतिविधि करने से पेरिफेरल आर्टरी डिजीज से बचाव होता है और इसके लक्षणों में कमी आती है। तंबाकू का सेवन ना करें इससे खतरा बढ़ता है और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें।