अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर न्यूयॉर्क की चार प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी महिलाएं सम्मानित
रिटेन की जेलों में रेडियोधर्मी गैस के कारण लगभग 200 कैदियों का अस्थायी स्थानांतरण
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर न्यूयॉर्क की चार प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी महिलाएं सम्मानित
बांग्लादेश का बेली रोड अग्निकांड, हताहत महिला पत्रकार की पहचान ब्रिश्ती खातून के रूप में हुई
लंदन
ब्रिटेन के प्रिंसटाउन शहर में एचएमपी डार्टमूर पुरुष जेल ने रेडॉन गैस नामक रेडियोधर्मी पाए जाने के कारण नवंबर और फरवरी के बीच 184 कोठरियों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया और 194 कैदियों को स्थानांतरित कर दिया। यह जानकारी स्काई न्यूज ने दी।
प्रसारक ने जेल के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा कि नियमित जांच में रेडॉन गैस के सामान्य स्तर से ज्यादा पाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर कई कैदियों को स्थानांतरित कर दिया गया।
रिपोर्ट में कहा गया कि इमारत में रेडॉन के स्तर को स्थायी रूप से कम करने के काम के बीच कैदियों का स्थानांतरण एक अस्थायी उपाय है।
प्रसारक के अनुसार, विकिरण के स्तर में वृद्धि का कारण हवा में ग्रेनाइट की उच्च सांद्रता हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर न्यूयॉर्क की चार प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी महिलाएं सम्मानित
न्यूयॉर्क
न्यूयॉर्क की चार प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी महिलाओं को समाज में उनकी उपलब्धियों तथा योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया।
महारानी राधिकाराजे गायकवाड़, नीना सिंह, डॉ. इंदु लियु और मेघा देसाई को न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास और फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशंस (एफआईए) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम के छठे संस्करण में सम्मानित किया गया।
एफआईए ने एक बयान में कहा कि गायकवाड़ अपने परोपकारी कार्यों के माध्यम से शिक्षा और सामुदायिक सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध एक दूरदर्शी महिला हैं।
सिंह न्यू जर्सी की पहली भारतीय एवं सिख महिला मेयर हैं और उन्हें मानसिक कल्याण एवं सामुदायिक भागीदारी के प्रति अपने समर्पण के लिए पहचाना जाता है।
क्लिनिकल फार्मासिस्ट से स्वतंत्र स्वास्थ्य सेवा प्रदाता 'आरडब्ल्यूजेबरनबास हेल्थ' की कार्यकारी उपाध्यक्ष बनीं लियु ने स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में असाधारण नेतृत्व का प्रदर्शन किया है।
देसाई, 'देसाई फाउंडेशन' की अध्यक्ष हैं जो ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य, आजीविका में सुधार लाने और महिलाओं एवं बच्चियों के लिए मासिक धर्म संबंधी उत्पादों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए काम करता है।
विज्ञप्ति के अनुसार, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत बिनय प्रधान और एफआईए अध्यक्ष डॉ. अविनाश गुप्ता ने शुक्रवार को दूतावास में एकत्रित लोगों को संबोधित करते हुए समाज में महिलाओं की अपरिहार्य भूमिका और भारत में महिला सशक्तीकरण की दिशा में हो रही अहम प्रगति को स्वीकार किया।
बांग्लादेश का बेली रोड अग्निकांड, हताहत महिला पत्रकार की पहचान ब्रिश्ती खातून के रूप में हुई
ढाका,
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 29 फरवरी को हुए बेली रोड अग्निकांड में हताहत 46 लोगों में महिला पत्रकार ब्रिश्ती खातून भी शामिल हैं। उनकी पहचान में डीएनए परीक्षण ने अहम भूमिका निभाई। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने यह खुलासा किया।
ढाका ट्रिब्यून समाचार पत्र के अनुसार, ब्रिश्ती के माता-पिता सबुज शेख उर्फ शबलुल आलम और ब्यूटी खातून से एकत्र किए गए नमूनों से उसके नमूने का मिलान किया गया। तीनों के नमूनों के मेल खाने से इसकी पुष्टि हुई। पत्रकार ब्रिश्ती खातून राजधानी के ईडन कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग की छात्रा थीं। सात मंजिला ग्रीन कोजो सेंटर में लगी भीषण आग में उनकी मौत हो गई थी। ज्यादातर लोग वहां दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ डिनर के लिए गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, शुरू में उनके दोस्तों और पूर्व सहयोगियों ने शव की पहचान ओविश्रुति शास्त्री के रूप में की। हालांकि, उसके माता-पिता ने शुरू से ही दावा किया था कि वह ब्रिश्ती थी। सबुज और ब्यूटी मुस्लिम हैं जबकि ओविश्रुति शास्त्री एक हिंदू नाम का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए पहचान पर भ्रम गहराता गया। तब डीएनए नमूने एकत्र किए जाने का फैसला किया गया। सीआईडी ने साफ किया है कि जन्म पंजीकरण और कॉलेज प्रमाणपत्र में भी उनका नाम ब्रिश्ती खातून के रूप में दर्ज है।
सीआईडी के उप महानिरीक्षक एकेएम नाहिदुल इस्लाम ने कहा कि डीएनए की रिपोर्ट शनिवार शाम विभाग को मिली। इस बारे में जांच अधिकारी को अपडेट कर दिया गया है। इस बीच, रमना पुलिस थाना प्रभारी उत्पल बरुआ ने कहा कि सीआईडी ने तुरंत उन्हें इसकी सूचना नहीं दी। अगर डीएनए मेल खाता है, तो उसका शव निश्चित रूप से उसके परिवार को सौंप दिया जाएगा। ब्रिश्ती के माता-पिता ने कहा कि वे उसका शव मिलने का इंतजार कर रहे हैं।