सुधांशु त्रिवेदी का इंडिया गठबंधन पर हमला, कहा-हिंदू धर्म में पुत्र नहीं, शिष्य की परंपरा, बीजेपी की लालू यादव को सीख
नई दिल्ली
हिंदू धर्म में पुत्र की नहीं, शिष्य की परंपरा है। राम के भक्त हनुमान के कई मंदिर आपने देश में देखे होंगे, लेकिन भगवान राम के पुत्र लवकुश का मंदिर नहीं देखा होगा। यह बातें भाजपा ने सोमवार को पीएम मोदी के परिवार पर टिप्पणी करने वाले लालू यादव को जवाब देते हुए कहीं। सोमवार को भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लालू यादव के साथ-साथ विपक्ष और इंडिया गठबंधन को भी हिंदू विरोधी बताया और करारे वार किए।
पिता-पुत्र परंपरा नहीं
भाजपा प्रवक्ता ने कहाकि मैं लालू यादव को बताना चाहता हूं कि सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले, जिसमें सौ-सौ छेद। उन्होंने कहाकि जो सनातन धर्म को मिटाने की कांफ्रेंस करते हैं। उत्तर भारत में हिंदू धर्म को धोखा बताते हैं। जिनकी सरकार के शिक्षा मंत्री पोटैशियम साइनाइट बताते हैं। रामचरित मानस और हिंदू धर्म ग्रंथों के बारे में अनाप-शनाप टिप्पणी करते हैं। अब वो हिंदू होने के सर्टिफिकेट देने लगे हैं। सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहाकि मैं इनकी बात का उत्तर सैद्धांतिक भी देता हूं और राजनैतिक भी। उन्होंने कहाकि लालू यादव को बताना चाहूंगा कि हिंदू धर्म में पुत्र का महत्व नहीं होता है। उन्होंने कहाकि द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा का स्थान नहीं ऊंचा है। अर्जुन का स्थान ऊंचा है। भगवान राम ने अपनी समस्त शक्तियां हनुमान को दीं। द्रोणाचार्य ने विद्या पुत्र अश्वत्थामा को नहीं, अर्जुन को दीं। उन्होंने आगे कहाकि हिंदू धर्म की परंपरा है, गुरु-शिष्य परंपरा। पिता-पुत्र परंपरा नहीं है।
लालू ने कही थी यह बात
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने रविवार को पटना में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया था। इस दौरान लालू यादव ने कहा था कि अगर नरेन्द्र मोदी के पास अपना परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं। वह राम मंदिर के बारे में डींगें मारते रहते हैं। वह सच्चे हिंदू भी नहीं हैं। हिंदू परंपरा में बेटे को अपने माता-पिता के निधन पर अपना सिर और दाढ़ी मुंडवानी चाहिए। जब मोदी की मां की मृत्यु हुई तो उन्होंने ऐसा नहीं किया।