विधायक बैरवा बोले, जिले की सीमा का करायेगें दोबारा सीमांकन
शाहपुरा/जयपुर.
विधायक लालाराम बैरवा ने कहा कि वो स्वयं किसान पुत्र है। किसानों की समस्या के समाधान के लिए वो 24 गुणा 7 सेवा में तैयार है। काश्तकारों की समस्याओं के समाधान का सरकार से पूरा प्रयास करेंगें तथा जरूरत पड़ने वो सरकार से भी भिड़ जायेगें। शाहपुरा में बेरोजगारी की समस्या को प्रमुखता से निपटायी जायेगी। अगले सप्ताह ही शाहपुरा के युवाओं के तकनीकी प्रशिक्षण के लिए कार्य योजना तैयार की है। इस कार्य के लिए शाहपुरा जिला कलेक्टर की अगुवाई में कार्य चल रहा है।
जिला अध्यक्ष सूर्यप्रकाश ओझा ने कहा कि एम-एसपी कानून बनाकर किसानों द्वारा की गई सभी प्रकार की उपज को एम-एसपी दर पर खरीदने की व्यवस्था हो, किसानों की फसलों का बीमा करवाने पर नुकसान का सही आकलन कर किसानों को फसल के नुकसान की क्षति पूर्ति की जाए, इसके साथ ही शाहपुरा में बाईपास के काश्तकारों को मुआवजा दिलाया जाए, किसानों की फसलों की जिंसवारी को स्वघोषित की जाए, किसानों को कृषि बिजली नि:शुल्क व समय पर दी जाए। शाहपुरा विधायक लालाराम बैरवा ने काश्तकारों की पैरवी करते हुए कहा कि किसानों की लड़ाई वह स्वयं लड़ते रहेंगे और काश्तकारों को हर लाभ देने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि का पोर्टल 1 मार्च से प्रारंभ हो जाएगा। सम्मेलन में जिला परिषद सदस्य शिवराज कुमावत, पूर्व उप प्रधान बजरंग सिंह राणावत, भाजपा ग्रामीण अध्यक्ष शंकरलाल गुर्जर, बनेड़ा प्रधान प्रतिनिधि विजय सिंह, भाजपा नेता महावीर सैनी, पूर्व पीसीसी सदस्य राजकुमार बैरवा मौजूद रहे। जिला सम्मेलन में संघ के प्रवक्ता नूर मोहम्मद, जिला उपाध्यक्ष भेरूलाल गाडरी, रमेश कुमावत, मुकेश शर्मा, रज्जाक मोहम्मद, हीरालाल गाडरी, मोहन शर्मा, तहसील अध्यक्ष नंद सिंह खंगारोत, रामप्रसाद पवार, शिवलाल मीणा, संगठन मंत्री छोटू कुमावत, भोलू कुमावत, हीरालाल कुमावत, प्रहलाद लोहार, गणपत बेरवा, सोहन कुमावत, रामकिशन कुमावत तथा समस्त पदाधिकारी मौजूद थे।
शाहपुरा जिला की सीमाओं का होगा दोबारा से सीमाकंन
शाहपुरा को जिला बनाए जाने के दौरान उनके द्वारा किए गए संघर्ष को याद करते हुए विधायक लालाराम बैरवा ने कहा कि शाहपुरा को जिला जिस स्वरुप में घोषित किया जाना था, वह पिछली सरकार नहीं कर पाई। तब हमारे द्वारा आंदोलन किया गया था। जिसमें लाठी चार्ज करके जुल्म ठहाया गया और कई वृद्ध जन तथा युवा घायल हुए। उनके स्वयं सहित कई अन्य के खिलाफ अभी भी मुकदमे विचाराधीन हैं। विधायक बैरवा ने स्पष्ट कहा कि शाहपुर जिले की सीमाओं का सीमांकन लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से कराया जाएगा और हिंदुस्तान जिंक परिक्षेत्र तथा जिंदल जिंक परिषद में से एक परीक्षेत्र आवश्यक रूप से शाहपुरा जिला क्षेत्र में मिलाया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार तक वह अपनी बात को रख चुके हैं।
टेक्साइल पाक की योजना आयेगी
विधायक बैरवा ने कहा कि शाहपुरा में बेरोजगारी की समस्या को समाप्त करने के लिए यहां पर पीएम टेक्सटाइल पार्क खोले जाने की योजना पर काम चल रहा है। ऐसा होने पर यहां 1000 बीघा क्षेत्र में टेक्सटाइल पार्क योजना विकसित हो सकेगी। जिससे शाहपुरा के हजारों लोगों को रोजगार मिल सकेगा। विधायक बैरवा ने काश्तकारों को यह भी जानकारी दी की शाहपुरा कृषि प्रधान क्षेत्र है और यहां के बांध तथा तालाबों तथा नहरों की मरम्मत जीर्णोद्वार के कार्यों के लिए भी 15 करोड रुपए की स्वीकृति राज्य सरकार से जारी करवा दी है। इसका कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा।