पेटीएम के फील्ड मैनेजर ने इंदौर में फांसी लगाकर दी जान, नौकरी चले जान के डर से परेशान
इंदौर
इंदौर में संकट के दौर से गुजर रही पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के एक कथित फील्ड मैनेजर द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह पिछले कुछ दिनों से अपनी जॉब चले जाने के डर से टेंशन में था। पुलिस ने मृतक कर्मचारी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के 35 वर्षीय कर्मचारी ने इंदौर में कथित तौर पर फांसी लगाकर जान दे दी। अधिकारी ने शुरुआती जानकारी के हवाले से बताया कि पेटीएम कर्मचारी अपनी नौकरी खोने के डर से पिछले कुछ दिनों से दबाव में था।
लसूड़िया पुलिस थाने के प्रभारी तारेश कुमार सोनी ने बताया कि पेटीएम के कर्मचारी गौरव गुप्ता (35) ने अपने घर में रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोनी ने बताया, ‘‘हमें शुरुआती जानकारी मिली है कि गौरव गुप्ता इस आशंका के चलते दबाव में थे कि पेटीएम बंद हो सकता है, जिससे उनकी जॉब चली जाएगी। हम इस संबंध में जांच कर रहे हैं।’’
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस को गुप्ता का सुसाइड नोट नहीं मिला है और उनके शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। उन्होंने बताया कि पेटीएम कर्मचारी की मौत के मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को आदेश जारी करते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट, फास्टैग और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड में आगे जमा, लेनदेन या टॉप-अप रोकने के लिए कहा था। केंद्रीय बैंक ने इसकी समयसीमा अब बढ़ाकर 15 मार्च कर दी है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के चेयरमैन पद से हटे विजय शेखर शर्मा
गौरतलब है कि विजय शेखर शर्मा ने सोमवार को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद बैंक के निदेशक मंडल का पुनर्गठन किया गया है। उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नियमों का अनुपालन नहीं करने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. (पीपीबीएल) को 15 मार्च के बाद ग्राहकों से कोई भी नई जमा राशि या ‘टॉप अप’ स्वीकार करने से रोक दिया है।