तेजपत्ता का सेवन: आयुर्वेदिक औषधि के रूप में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए।
यहाँ तेजपत्ते के सेहत के लिए कुछ फायदे बताए गए हैंः
पाचन को सुधारना
जो लोग पेट की समस्या से परेशान हैं, वो इसका सेवन जरूरी करें। तेजपत्ता पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है जिससे खाने को पचाने की प्रक्रिया में सुधार होता है। यह कब्ज की समस्या को भी ठीक करता है।
डिप्रेशन को करता है दूर
तेज पत्ते के सेवन से डिप्रेशन दूर करने में मदद मिलती है। इसमें ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते है, जो तनाव को शांत करते हैं। एक कप तेजपत्ते से बनी चाय अगर आप पिए तो आप शांत दिमाग महसूस करेंगे।
गठिया रोग में है फायदेमंद
तेजपत्ते को आयुर्वेद में काफी प्रभावकारी माना जाता है। इसमें एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फंगल और इंफेक्शन को ठीक करने के साथ दर्द में आराम भी देते हैं।
निमोनिया में है फायदेमंद
निमोनिया में तेजपत्ते से बना काढ़ा काफी फायदा करता है। इसे बनाने के लिए एक तेजपत्ता, एक बड़ी इलायची, थोड़ा सा गुड़ और एक लें। इसे उबालकर काढ़ा बना लें।
खांसी में आराम देता है
अगर आप लगातार होने वाली खांसी से परेशान हैं, तेजपत्ता आपको काफी राहत देगा। इसके लिए तेजपत्ता और पीपल की छाल को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें शहद के साथ मिलाकर खाएं।
सिर दर्द में आराम देता है
सिरदर्द होने वाले दर्द को दूर करने के लिए तेजपत्ता काफी फायदेमंद है। आपकी इसकी चाय या लेप बना कर लगा सकते हैं। इसे बनाने के लिए तेजपत्ता को पीसकर इसका पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को थोड़ा सा गर्म करके माथे पर लगा लें।
तेजपत्ता के उपयोग से विभिन्न सेहत सम्बन्धी समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है, जैसे कि उच्च रक्तचाप, कफ, बुखार, खांसी, और अल्सर को भी।इसका सेवन नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है। इससे पहले किसी डॉक्टर से परामर्श करें, विशेषकर यदि आप किसी विशेष चिकित्सा स्थिति में हैं या किसी अन्य दवाओं का सेवन कर रहे हैं।