देश

महिलाएं आरोप लगा रही हैं कि सिराजुद्दीन ने ‘बीघा-बीघा’ कर उनकी जमीन हड़प ली, शेख के भाई की क्रूरता की दास्तां

कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के खिलाफ शिकायतों के बाद संदेशखाली में गुस्सा उबाल पर है। इसी बीच खबर है कि पास ही मौजूद धमखाली के पास झुपखाली में शेख के बड़े भाई सिराजुद्दीन के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा फूटने लगा है। इलाके में उसकी झोपड़ी में भी आग लगाई गई है। महिलाएं आरोप लगा रही हैं कि सिराजुद्दीन ने 'बीघा-बीघा' कर उनकी जमीन हड़प ली हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं कि शेख के करीबी अख्तर और उसके साथियों को गलत काम करते देखा है। इसी का वह विरोध कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीणों का दावा है कि अख्तर ने ही ED यानी प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया था। खास बात है कि इस घटना के बाद से ही शेख फरार है। चैनल से बातचीत में ग्रामीण बताते हैं कि संदेशखाली के कई हिस्सों में शेख के लोग हैं। जैसे हाजरा और उत्तम सरदार संदेशखाली में हैं। वैसे ही झुपखाली में सिराजुद्दीन है।

कौन है सिराजुद्दीन
रिपोर्ट में झुपखाली की स्थानीय जनता के हवाले से बताया गया है कि सिराजुद्दीन का यहां 'साम्राज्य' था। यहां की महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की है कि सिराजुद्दीन के करीबी जबरन उनकी जमीनों पर कब्जा करते थे। रिपोर्ट के अनुसार, एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, 'उन लोगों ने बीघा-बीघा कर पूरी जमीन ले ली। हमें कोई रुपये दिए बगैर ये उनकी हो जाती थीं। अगर हम कुछ भी कहते थे, तो वे हमारे पतियों पर हमला करते थे। सिराजुद्दीन और उसके लोग अब अलग-अलग गांव पहुंच रहे हैं। हम उन्हें नहीं चाहते।'

रिपोर्ट के अनुसार, एक दुकानदार DIG के सामने रोने लगा। उसने कहा, 'हमें शाहजहां के लोगों से बचा लें। सिराज और उसके लोग हमें परेशान करते हैं। वे हमें मार देंगे। आप कृपया कुछ करें।' एक अन्य व्यक्ति ने कहा, 'उन लोगों ने तीन बार दुकान में आग लगाने की कोशिश की, क्योंकि जमीन देने से इनकार कर दिया था। उन लोगों ने पीटा भी।' 5 जनवरी को ईडी के अधिकारी दबिश देने के लिए शेख के ठिकानों पर पहुंचे थे। उस दौरान अधिकारियों पर टीएमसी नेता के समर्थकों ने हमला कर दिया था। अधिकारियों के चोटिल होने की भी खबरें आई थीं। तब से ही शेख फरार था।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button