मध्यप्रदेश

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर एक साथ 15 कतार चलाकर भक्तों को दर्शन कराने की योजना

उज्जैन
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर एक साथ 15 कतार चलाकर भक्तों को दर्शन कराने की योजना है। भक्तों को नई टनल से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। निर्गम भी आपातकालीन द्वार के पास बनाए गए नए एक्जिट से होगा। गुरुवार को प्रशासनिक संकुल में कलेक्टर नीरजकुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में दर्शन व्यवस्था पर मंथन किया गया। अंतिम निर्णय कलेक्टर,एसपी के साथ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मंदिर परिक्षेत्र का भौतिक सत्यापन करने के बाद लिया जाएगा।

नए साल के पहले दिन की तर्ज पर दर्शन
मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया महाशिवरात्रि पर नए साल के पहले दिन की तर्ज पर दर्शन व्यवसथा लागू की जाएगी। भक्तों को नृसिंह घाट से चारधाम मंदिर, शक्तिपथ, महाकाल महालोक, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर के रास्ते नई टनल से गणेश मंडप में लाकर भगवान के दर्शन कराए जाएंगे।

नए एक्जिट से बाहर निकलेंगे भक्‍त
श्रद्धालु दर्शन करते हुए आपातकालीन के समीप बने नए एक्जिट से बाहर निकलकर बड़े गणेश मंदिर के सामने से हरसिद्धि चौराहा होते हुए चारधाम पहुंचकर गंतव्य के लिए रवाना होंगे। इस दिन 10 लाख से अधिक भक्तों के महाकाल दर्शन करने आने का अनुमान है। इसलिए भीड़ नियंत्रण के लिए एक साथ 15 लाइन चलाकर दर्शन कराने की योजना है। इस व्यवस्था से एक साथ अधिक भक्तों को कम समय में भगवान के दर्शन होंगे। प्रारंभिक तौर पर इस योजना पर मंथन हुआ है। अंतिम निर्णय कलेक्टर नीरजकुमार सिंह विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मंदिर परिक्षेत्र का भ्रमण करने के बाद लेंगे।

महाशिवरात्रि पर भस्म आरती में चलायमान दर्शन
देश विदेश से महाकाल दर्शन करने आने वाले भक्तों की इच्छा भस्म आरती दर्शन की रहती है। महाशिवरात्रि पर हजारों भक्त भस्म आरती दर्शन की आस लेकर मंदिर पहुंचेंगे। देश दुनिया से आने वाले शिव भक्त निराश होकर ना लौटे, इसके लिए इस दिन भस्म आरती में चलायमान दर्शन व्यवस्था रखने का निर्णय लिया गया है। अगले दिन 9 मार्च को साल में एक बार दिन में होने वाली भस्म आरती में चलायमान दर्शन व्यवस्था यथावत रखने का निर्णय आने वाले दिनों में लिया जाएगा

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