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दक्षिण एशिया में भारत हमारा सबसे बड़ा साझेदार : अमेरिकी अधिकारी

भारतीय नागरिक को अमेरिकी बुजुर्ग महिला से धोखाधड़ी के जुर्म में 51 महीने की जेल की सजा

दक्षिण एशिया में भारत हमारा सबसे बड़ा साझेदार : अमेरिकी अधिकारी

सेना प्रमुख जनरल पाण्डे ने अमेरिका के अपने समकक्ष के साथ उच्च स्तरीय वार्ता की

वाशिंगटन
 अमेरिका की एक अदालत ने 24 वर्षीय भारतीय नागरिक को कम्प्यूटर हैक कर एक बुजुर्ग अमेरिकी महिला से 1,50,000 डॉलर की ठगी करने के जुर्म में 51 महीने की जेल की सजा सुनायी है।

अमेरिका के एक अटॉर्नी ने बताया कि प्रतिवादी हरियाणा निवासी सुखदेव वैद ने दिसंबर 2023 में ऑनलाइन धोखाधड़ी का जुर्म स्वीकार कर लिया था।

अमेरिकी अटॉर्नी जेसी लास्लोविच ने बताया कि सुखदेव ने एक अंतरराष्ट्रीय कम्प्यूटर हैकिंग योजना के जरिए महिला से धोखाधड़ी की जिसमें देशभर में बुजुर्ग अमेरिकी महिलाओं को निशाना बनाया गया और 12 लाख डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ।

अदालत ने बुधवार को आदेश दिया कि जेल से रिहा होने के बाद वैद को प्रत्यर्पण के लिए सीमा शुल्क और आव्रजन प्रवर्तन ब्यूरो की रिमांड में भेजा जाएगा। साथ ही अदालत ने वैद पर 12,36,470 डॉलर का जुर्माना भी लगाया।

लास्लोविच ने कहा, ''हमारे देश के बाहर के लोगों के लिए मोंटाना वासियों को निशाना बनाना बहुत आम हो गया है खासतौर से ऑनलाइन धोखाधड़ी के संबंध में। लेकिन इस बार नहीं। एफबीआई की दृढ़ता के कारण वैद संघीय जेल जा रहा है।''

संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने वैद को सह-आरोपी एडली जोसेफ के साथ उस समय गिरफ्तार किया था जब वे पैसा एकत्रित करने के लिए मोंटाना जा रहे थे।

एक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, जोसेफ को इस मामले में पहले ही दो साल और नौ महीने की जेल की सजा सुनायी जा चुकी है।

दक्षिण एशिया में भारत हमारा सबसे बड़ा साझेदार : अमेरिकी अधिकारी

वाशिंगटन
 अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने भारत को दक्षिण एशिया में अपना सबसे बड़ा साझेदार बताते हुए कहा कि वह नयी दिल्ली के साथ अरबों डॉलर के जलवायु बुनियादी ढांचे को विकसित करने और एक नए कोष पर काम कर रहा है जिसमें उसके विकास वित्त संस्थान से 50 करोड़ डॉलर का निवेश शामिल होगा।

दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो (एससीए) में सहायक उप सचिव अफरीन अख्तर ने वाशिंगटन फॉरेन प्रेस सेंटर द्वारा आयोजित एक समाचार सम्मेलन में यह कहा।

अख्तर ने कहा, ''दक्षिण एशिया में हमारे सबसे बड़े साझेदार भारत के साथ हमने पिछले साल जनवरी में महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पर अमेरिका-भारत पहल शुरू की है।''

उन्होंने  कहा कि इसका लक्ष्य एक लचीली सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना, अंतरिक्ष सहयोग को बढ़ाना और दूरसंचार की अगली पीढ़ी में भागीदार बनाना है जो फिर से भारत के साथ महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग बनाने की एक महत्वाकांक्षी पहल है।

अख्तर ने कहा, ''हम अरबों डॉलर के जलवायु बुनियादी ढांचे को विकसित करने और एक नए कोष पर भारत के साथ मिलकर काम कर रहे हैं जिसमें हमारे विकास वित्त संस्थान से 50 करोड़ डॉलर का निवेश शामिल होगा।''

उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत ने संयुक्त अभ्यासों, रक्षा औद्योगिक सहयोग मजबूत कर और 'टू प्लस टू' मंत्री स्तरीय वार्षिक संवाद मजबूत कर व्यापक तथा बहुआयामी रक्षा साझेदारी को और गहरा बनाया है। उन्होंने कहा, ''हम वास्तव में उस रक्षा संबंध के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह हमारी हिंद-प्रशांत रणनीति की अहम विशेषताओं में से एक है।''

अख्तर ने कहा कि अमेरिका पूरे दक्षिण एशिया में बड़े निवेश कर रहा है। उन्होंने कहा, ''अमेरिका और भारत के अडाणी समूह ने श्रीलंका में कोलंबो बंदरगाह में 50 करोड़ डॉलर के निवेश की घोषणा की है। इस निवेश का उद्देश्य बंदरगाह की क्षमता का विस्तार करना है, जो पहले से ही 90 प्रतिशत की क्षमता पर काम कर रहा है और वास्तव में श्रीलंका को इस क्षेत्र में एक बड़ा आर्थिक खिलाड़ी बनने में सक्षम बनाना है क्योंकि यह इस प्रमुख समुद्री मार्ग के रास्ते में स्थित है।''

सेना प्रमुख जनरल पाण्डे ने अमेरिका के अपने समकक्ष के साथ उच्च स्तरीय वार्ता की

वाशिंगटन
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पाण्डे ने अमेरिका के अपने समकक्ष जनरल रैंडी जॉर्ज और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय महत्व के मुद्दों और वैश्विक शांति व सुरक्षा के लिए परस्पर प्रतिबद्धता बढ़ाने के तरीकों पर उच्च स्तीय चर्चा की। पाण्डे 13 फरवरी से अमेरिका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। यह भारत के किसी सैन्य प्रमुख की कई वर्षों बाद अमेरिकी यात्रा है।

भारतीय सेना के अतिरिक्त जन सूचना महानिदेशालय ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''चर्चा का उद्देश्य द्विपक्षीय महत्व के पहलुओं और वैश्विक शांति व सुरक्षा के प्रति आपसी प्रतिबद्धता को और बढ़ाना था।''

जनरल पाण्डे ने अपनी आधिकारिक यात्रा पर फोर्ट मायर्स में पहुंचने पर अमेरिकी सेना के सलामी गारद का निरीक्षण किया और उसके बाद अर्लिंगटन नेशनल सीमेट्री में 'टोम्ब ऑफ अननॉन सोल्जर' पर पुष्पांजलि अर्पित की।

आधिकारिक पोस्ट में कहा गया है कि इसके बाद उन्होंने अमेरिकी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रैंडी जॉर्ज और सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ''उच्च स्तरीय चर्चा'' की।

जनरल पाण्डे ने फोर्ट बेलवॉयर में आर्मी जियोस्पेशियल सेंटर का दौरा किया और फोर्ट मैकनायर में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष के साथ बातचीत की। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास का भी दौरा किया, उपराजदूत श्रीप्रिया रंगनाथन से मुलाकात की तथा महत्वपूर्ण पहलों पर चर्चा की।

 

 

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