यातायात माह के समापन कार्यक्रम में जागरूकता के लिए काम करने वाले संस्थाओं, विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित
रायपुर
जिले में चल रहे सड़क सुरक्षा माह के समापन कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ गौरव सिंह और एसपी श्री संतोष सिंह शामिल हुए। उन्होंने इस माह में यातायात जागरूकता के लिए उत्कृष्ठ कार्य करने वाले संस्था और आयोजित किए गए विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम तबतक सिर्फ आयोजन के रूप में याद रखें जाते हैं। अक्सर यह देखा जाता है कि जबतक कोई परिचित या अन्य दुर्घटना का शिकार न हो, तभी हम सब यातायात के नियमों को याद करते हैं। हो सकता कुछ दिन पालन भी करें लेकिन मानवीय प्रवृत्ति के कारण हम भूल भी जाते हैं, लेकिन चाहिए कि हम सब सड़क नियमों का पालन करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि कई सड़क दुर्घटना के कारण अधोसंरचना में कमी होना है। प्रशासन निरंतर इस दिशा में प्रयासरत रहता है और सुधार कार्य करते रहते हैं मगर बात यहीं तक सीमित नही है। एक आम नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि शासकीय संपत्ति की अधोसंरचना की सुरक्षा करें और उसे बचाए रखें।
उन्होंने कहा कि हम तय कर लें कि हमारे घर कोई अतिथि दुपहिया वाहन में आता है तो हम तुरंत उन्हें उनकी हेलमेट की याद दिलाएं। हम यदि स्वयं घर से निकले या कोई परिजन निकल रहे तो उनसे भी हेलमेट पहनने का आग्रह करें। यह याद रखें कि चाहे हमें कितनी दूरी जाना हो, किसी भी भुमिका मे हो। हर व्यक्ति को हमेशा सड़क यातायात नियमों को ध्यान में रखते हुए हेलमेट अवश्य पहनें। हम एक दूसरे को याद दिलाते रहें तो एक चेन बन जाएगी और पूरा समाज जागरूक होगा। उन्होंने सिविल सोसायटी से आहवान करते हुए कहा कि वे सुझाव दे कि रायपुर शहर का ट्रैफिक कितना अच्छा हो सकता है, क्या सुधार कर सकते है ताकि हमारा शहर पूरे देश में यातायात के क्षेत्र में एक नजीर के रूप में याद किया जा सके।
एसपी श्री संतोष सिंह ने विदेशों में यातायात नियमों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हम सब नागरिक यातायात नियमों के प्रति जागरूक हों और दिनचर्या में शामिल करें। यातायात के बेसिक नियम हेलमेट, सीट बेल्ट, नशें में वाहन न चलाना इत्यादि का पालन करें। यह याद रखें हम सभी को ट्रैफिक नियमों का पालन करना है तभी सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप तथा अन्य पुलिस अधिकारी और एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।