मंत्री बनने की होड़ में विधायक, कैबिनेट विस्तार को लेकर लॉबिंग तेज
रांची.
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन 16 फरवरी को मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। तिथि बुधवार को पुनर्निर्धारित की गई। राजभवन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के अनुरोध पर आठ फरवरी 2024 को निर्धारित मंत्रिपरिषद के सदस्यों के पद-शपथ अनुष्ठान को स्थगित किया और सीएम के आग्रह पर अब यह शपथ ग्रहण 16 फरवरी 2024 को दोपहर तीन बजे होगा।
ज्ञात है कि सीएम चम्पाई सोरेन ने दो फरवरी को कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद विधायक दल के नेता सत्यानंद भोक्ता के साथ शपथ ली थी। दूसरी ओर महागठबंधन के सहयोगी झामुमो और कांग्रेस के रणनीतिकार नाम फाइनल करने में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि झामुमो में ज्यादा खींचतान नहीं है। हेमंत सोरेन की गैर मौजूदगी में पार्टी में एकजुटता को अक्षुण रखने भी शीर्ष नेतृत्व की प्राथमिकता है। झामुमो कोटे से दुमका के विधायक बसंत सोरेन या सीता सोरेन में से एक के लिए जगह तय है। इसके अतिरिक्त संताल परगना क्षेत्र से आने वाले वरीय विधायकों को जगह देने पर मंथन जारी है। प्रमंडलवार क्षेत्रीय संतुलन को साधकर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल झामुमो का गढ़ है। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन खुद कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से आते हैं।
कांग्रेस में खुलेआम मंत्री पद के लिए ठोंका जा रहा दावा
सूत्रों के अनुसार सरकार में गठबंधन में शामिल कांग्रेस के कुछ विधायकों में मंत्री बनने की होड़ देखने को मिल रही है। कुछ विधासक सार्वजनिक तौर पर मंत्री पर की दावेदारी कर रहे हैं। प्रदेश नेतृत्व और प्रदेश प्रभारी विधायकों और संगठन के साथ बैठक कर सामंजस्य बना रहे हैं। प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर बुधवार को दिल्ली चले गए। अब तक की स्थिति में कांग्रेस में मंत्रिपरिषद सदस्य बनने को लेकर हलचल अधिक है। कई विधायकों की इच्छा मंत्री बनने की है। इस बात पर भी दबाव दिया जा रहा है कि पूर्ववर्ती सरकार में शामिल रहे मंत्रियों को बदला जाए। अगर यह कारगर हुआ तो तीन नए चेहरे दिखेंगे। आलमगीर आलम मंत्री बन चुके हैं। पार्टी नेतृत्व के सामने विधायकों को एकजुट रख कर चेहरे बदलने की चुनौती बनी हुई है। अब तक खाली 12वें मंत्री का पद को भी भरने की बात हो रही है। फेरबदल की कवायद में कांग्रेस कोटे से एक महिला विधायक का शामिल होना तय माना जा रहा है। संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम को उप मुख्यमंत्री बनाने की बात भी सामने आ रही है।