विभिन्न राज्यों का एक सर्वे सामने आया, हरियाणा में बीजेपी को झटका, कांग्रेस को फायदे के आसार
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी जारी है। इस बीच विभिन्न राज्यों का एक सर्वे सामने आया है। सर्वे के मुताबिक, बीजेपी गठबंधन वाली एनडीए बंपर सीटों के साथ देश में फिर वापसी कर सकती है। इंडिया टुडे के मूड ऑफ द नेशन ओपिनियन पोल के अनुसार, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को उत्तर भारतीय राज्यों में जबरदस्त समर्थन मिलने की उम्मीद है। हरियाणा राज्य में बीजेपी को 80 फीसदी सीटें मिल सकती हैं लेकिन, 2019 जैसा चमत्कार नहीं दिख रहा है। सर्वे कहता है कि कांग्रेस के लिए राज्य से अच्छी खबर नहीं है लेकिन, पिछले चुनाव के मुकाबले फायदे में रह सकती है।
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर इंडिया टुडे के मूड ऑफ नेशन ने ओपिनियन पोल जारी किया है। इसमें बीजेपी भले ही 80 फीसदी सीट जीत रही है लेकिन, 2019 के मुकाबले उतनी बड़ी जीत के आसार कम है। 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने 'जाट भूमि' में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हरियाणा की सभी 10 सीटें जीतीं थी। इस बार बीजेपी हरियाणा में 10 में से 8 सीट जीत सकती है।
उधर, कांग्रेस, जिसे 2019 में एक भी सीट नहीं मिली थी, को हरियाणा में दो सीटें मिलने और उसका वोट शेयर 28 प्रतिशत से बढ़कर 38 प्रतिशत होने की उम्मीद है। 2019 में 58 फीसदी वोट शेयर हासिल करने वाली बीजेपी को इस बार 50 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। गौरतलब है कि मूड ऑफ द नेशन ने हरियाणा की सभी लोकसभा सीटों पर 35,801 लोगों के बीच सर्वे किया था। सर्वेक्षण 15 दिसंबर 2023 और 28 जनवरी, 2024 के बीच आयोजित किया गया था। हालांकि इंडिया टुडे का कहना है कि उसका जनमत सर्वेक्षण गलत भी हो सकता है।
ओपिनियन पोल में ओम प्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के पूरी तरह से सफाए की भविष्यवाणी की गई है, जो कभी हरियाणा में एक प्रमुख पार्टी थी। 2014 के लोकसभा चुनावों में आईएनएलडी ने लगभग 24 प्रतिशत वोट शेयर के साथ दो सीटें जीती थीं।
बीजेपी के कम वोट शेयर की वजह
गौरतलब है कि कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चलते बीजेपी को लोकसभा चुनाव में नुकसान झेलना पड़ सकता है। हरियाणा में जाट समुदाय दशकों से राज्य की राजनीति पर हावी रहा है और यहां आबादी का लगभग 27 प्रतिशत हिस्सा है।