मध्यप्रदेश

एमपी की यूनिवर्सिटी में 10 से 15 % ही बढ़ा सकेंगे संबद्धता शुल्क

भोपाल

राजभवन में समन्वय समिति की 101वीं बैठक आयोजित की गई। इसमें प्रदेश के निजी कॉलेजों का संबद्धता शुल्क में दस से 15 फीसदी बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा विवि के कुलपतियों को कुलगुरू कहा जाएगा। इसके लिए जीएडी से नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। बीसीए कोर्स में मैथ्स की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। बैठक में करीब एक दर्जन मुद्दों पर चर्चा हुई।

बरकतउल्ला विश्वद्यालय के संबद्धता शुल्क में एक हजार से 1500 गुना बढ़ाने के आदेश ने निजी कॉलेज संचालकों में भूचाल ला दिया था। इस प्रकरण को राजभवन ने गंभीरता से लिया है। सभी कुलपतियों को निर्देशित किया है वे फीस में 10 से 15 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकते हैं। वर्तमान में सिर्फ बीयू की फीस बढ़ी हुई है। उसकी विवि स्वयं समीक्षा कर फीस का निर्धारण करें। यह फीस आगामी सत्र 2024-25 से लागू की जाएगी। इससे कॉलेजों की स्थिति में काफी सुधार होगा। प्रदेश के सभी विवि के कुलपति अब कुलगुरू के नाम से संबोधित होंगे। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। वहीं कुलगुरू के प्रोटोकाल को जीएडी फाइनल करेगा। प्रदेश के सभी विवि में सातवें वेतनमान से पेंशन देने का मामला एक बार फिर बैठक में रखा गया है।

बायोमेट्रिक से लगेगी विवि में उपस्थिति
विवि में कार्यरत सभी प्रोफेसर और कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेटिक से लगेगी। इसके अलावा विवि के कोर्स में सीयूईटी के अलावा सीएलसी के माध्यम से भी प्रवेष दिए जाएंगे। सूबे के सभी विवि रिजल्ट जारी होने के 15 दिन सभी विद्यार्थियों की अंकसूची डिजी लाकर में डालेंगे। सभी विवि कृषि और उद्यानिकी कोर्स को संचालित करेंगे। सभी विवि को नैक कराना अनिवार्य किया जाएगा।

स्ववित्तीय कोर्स में होगी भर्ती
परिनियम 43 के तहत स्ववित्तीय कोर्स की पोस्ट पर वित्त की स्वीकृति लेकर विवि भर्ती करा सकेंगे। विवि में कार्यरत अतिथि विद्वान अब विवि की परीक्षाओं के कार्य में भागीदारी कर पाएंगें। वे पेपर सेट करने अलावा मूल्यांकन कार्य भी कर पाएंगे। कॉलेजों में पढ़ाने वाले अतिथि विद्वानों का अनुभव अब विवि में निकलने वाली प्रोफेसरों की भर्ती में मान्य होगा।

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