भारतीय रुपया जनवरी महीने में मजबूत हुआ है, वहीँ पाकिस्तान नकदी की समस्या से जूझ रहा
नई दिल्ली
जनवरी महीने में भारतीय रुपया मजबूत हुआ है। जनवरी में रुपये की शुरुआत 83.18 के स्तर से हुई था जो 29 जनवरी को 83.12 के स्तर पर पहुंच गया था। 15 जनवरी को डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर 82.89 तक पहुंचा था। वहीं बीते मंगलवार यानी 30 जनवरी को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.10 पर बंद हुआ था। भारतीय रुपया लगातार ऊपर की ओर बढ़ा है, जबकि एशिया की बाकी करेंसी में गिरावट देखने को मिली है। भारत का रुपया जहां मजबूत हो रहा है। वहीं पाकिस्तान की करेंसी का बुरा हाल है। महाकंगाल पाकिस्तान (Pakistan) इस समय नकदी की समस्या से जूझ रहा है।
पाकिस्तानी सरकार को नकली नोटों की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए पाकिस्तान की सरकार अब 20 रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक के नए नोट जारी करने की तैयारी कर रही है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (Bank Of Pakistan) के गवर्नर जमील अहमद का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनजर नए नोटों को एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स के साथ जारी किया जाएगा।
पाकिस्तान का हाल बेहाल
पाकिस्तान में लंबे समय से भारी वित्तीय संकट देखा जा रहा है। इसका असर से वहां की जनता पर पड़ा है। पाकिस्तान में आम आदमी भारी दिक्कतों से जूझ रहा है। लोगों को बड़ी वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान की बदहाली और कंगाली की तस्वीरें सामने आती रहती हैं। इसके अलावा आईएमएफ से मिले आर्थिक राहत के पैकेज का पाकिस्तान की सरकार इंतजार करती रही जो हाल के दिनों में मिलने की कगार पर आ चुका है।
औंधे मुंह गिरा पाकिस्तानी रुपया
पाकिस्तान की करेंसी (Pakistan Currency) का हाल बेहाल है। अमेरिकी डॉलर तो छोड़िए दुनिया के कई छोटे देशों की मुद्रा के सामने भी पाकिस्तान की करेंसी बेहद कमजोर दिखाई देती है। अब हाल यह है कि अफगानिस्तान जैसे छोटे देश के सामने भी पाकिस्तान का रुपया बेहद कमजोर है। अफगानिस्तान के अलावा एशिया के कई छोटे देशों की करेंसी भी पाकिस्तान से मजबूत स्थिति में है। पाकिस्तान के रुपये की तुलना अगर भारत की करेंसी से करें तो भारत का एक रुपया पाकिस्तान के 3.37 रुपये के बराबर है।