विदेश

अमेरिका में एक और भारतीय मूल के छात्र की गई जान, विशेषज्ञों को चोट का कोई निशान नहीं मिला

वाशिंगटन
अमेरिका के पर्ड्यू विश्वविद्यालय हवाई अड्डे के नजदीक मिले भारतीय मूल के छात्र नील आचार्य के शव पर फॉरेंसिक विशेषज्ञों को चोट का कोई निशान नहीं मिला है और न ही मामले में किसी अनहोनी की आशंका है। मृत्यु समीक्षक (कॉरनोर) कार्यालय ने यह जानकारी दी। आचार्य का शव रविवार को हवाई अड्डे के नजदीक मिला था और पुलिस को पूरे प्रकरण की जांच के लिए सूचित किया गया था। द लफायेट्टे जर्नल एंड कुरियर अखबार ने खबर दी कि सोमवार के पोस्टमॉर्टम के बाद भी आचार्य की मौत पहेली बनी हुई है।टिप्पेकैनोई काउंटी के मृत्यु समीक्षक कैरी कॉस्टेलो ने कहा कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों को आचार्य के शव पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि मौत के पीछे किसी अनहोनी की आशंका नहीं है। मौत के प्राथमिक कारणों की जानकारी विषविज्ञान जांच के नतीजे से मिलेगी जिसकी रिपोर्ट आने में छह सप्ताह का समय लगेगा।

कॉस्टेलो ने मंगलवार अपराह्न एक बजे आचार्य के माता-पिता से मुलाकात की, जो भारत से यहां पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि 19 वर्षीय आचार्य अमेरिकी नागरिक था। आचार्य की मृत्यु की खबर पर्ड्यू विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग ने सोमवार शाम को सार्वजनिक की। यह कदम उसके परिवार के शव की पहचान करने के लिए मृत्यु समीक्षा (कोरोनर)कार्यालय पहुंचने से पहले उठाया। आचार्य कंप्यूटर विज्ञान और डेटा विज्ञान विषयों की पढ़ाई कर रहा था। वह जॉन मार्टिंसन ऑनर्स कॉलेज का छात्र था और पर्ड्यू विश्वविद्यालय में स्नातक अनुसंधान सहायक के रूप में काम करता था।

परिवार द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट के मुताबिक रविवार को आचार्य के दोस्तों और परिवार ने पर्ड्यू विश्वविद्यालय पुलिस विभाग में गुमशुदगी की शिकायत तब दर्ज कराई जब परिवार का रविवार अपराह्न करीब 12:30 बजे उससे संपर्क टूट गया। हालांकि, बाद में परिवार ने उक्त पोस्ट हटा दी थी। शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स’ पर परिवार की पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, ‘‘वाणिज्य दूतावास पर्ड्यू विश्वविद्यालय के अधिकारियों और नील के परिवार के भी संपर्क में है। वाणिज्य दूतावास हर संभव समर्थन और मदद देगा।’’ उनके माता-पिता ने पोस्ट में लिखा कि आचार्य को आखिरी बार पर्ड्यू विश्वविद्यालय में एक उबर ड्राइवर द्वारा छोड़ते हुए देखा गया था और आखिरी बार उसे फर्स्ट स्ट्रीट टॉवर छात्र डॉर्मेट्री में देखा गया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button