अनिल कुमार लाहोटी ने 36 वर्ष तक रेलवे को अपनी सेवाएं दी, अब ट्राई के चेयरमैन बनाए गए
नई दिल्ली
अनिल कुमार लाहोटी ने 36 वर्ष तक रेलवे को अपनी सेवाएं दी हैं। पूर्व चेयरमैन पीडी वाघेला का दो साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद से ट्राई चेयरमैन का हाई-प्रोफाइल पद खाली था। अब लाहोटी तीन साल तक अपनी सेवाएं ट्राई को देंगे। रेलवे बोर्ड के पूर्व प्रमुख अनिल कुमार लाहोटी को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) की एक अधिसूचना में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अनिल कुमार लाहोटी, पूर्व अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। पद का कार्यभार संभालने की तारीख से लेकर तीन साल की अवधि तक के लिए या जब तक वह 65 वर्ष की आयु प्राप्त नहीं कर लेते या अगले आदेश तक जो भी पहले हो तबतक वह अपने पद पर बने रहेंगे। मालूम हो कि लाहोटी ट्राई सदस्य मीनाक्षी गुप्ता का स्थान लेंगे जिन्हें फिलहाल शीर्ष पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
कौन हैं अनिल लाहोटी?
अनिल लाहोटी 1984 बैच के भारतीय रेलवे इंजीनियर सेवा (IRSE) के पदाधिकारी रहे। लाहोटी ने मध्य प्रदेश के माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री और रूड़की विश्वविद्यालय जो अब आईआईटी रूड़की है, से स्ट्रक्चर्स में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने यूएसए के कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय, इटली के बोकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट और आईएसबी हैदराबाद में रणनीतिक प्रबंधन और नेतृत्व कार्यक्रमों में प्रशिक्षण लिया।
ट्राई प्रमुख को मिलता है 4.5 लाख रुपये महीना
लाहोटी ने रेलवे बोर्ड में काम करने से पहले उत्तरी, मध्य, उत्तर मध्य, पश्चिमी और पश्चिम मध्य रेलवे में विभिन्न पदों पर कार्य किया। उन्होंने 36 वर्षों तक भारतीय रेलवे में अपनी सेवाएं दी हैं। ट्राई प्रमुख को प्रति माह 4.50 लाख रुपये मिलते हैं।