मध्यप्रदेश

महाकाल मंदिर परिसर से सटा महाराजबाड़ा अब हेरिटेज होटल में बदला, लुत्फ श्रद्धालु रूफ टॉप कैफे से भी उठा सकेंगे

उज्जैन
उज्जैन में अब महाकाल मंदिर के शिखर और महाकाल लोक के पूरे परिसर का लुत्फ श्रद्धालु रूफ टॉप कैफे से भी उठा सकेंगे। मंदिर परिसर से सटा सिंधियाकाल का महाराजबाड़ा अब हेरिटेज होटल में बदल चुका है। इसमें 19 कमरे होंगे। इस होटल के दो बड़े फायदे होंगे।

पहला- होटल से सिर्फ 10 से 20 मीटर दूर महाकाल लोक का पूरा नजारा देख सकेंगे। दूसरा- यहां रुककर सुबह 4 बजे भस्म आरती में शामिल हो सकेंगे। अभी महाकाल परिसर या आसपास रुकने की व्यवस्था नहीं है। इससे भस्म आरती के लिए रात से ही इंतजार करना पड़ता है।

खासतौर पर वीवीआईपी के लिए तैयार इस होटल का किराया तय नहीं है, लेकिन 1 रात रुकने के लिए कम से कम 50 हजार रु. तक का भुगतान करना पड़ सकता है। पर्यटन निगम के एमडी इलैयाराजा टी ने बताया कि होटल के जल्द उद्घाटन की तैयारी है।

महाकाल मंदिर के समीप महाराजवाड़ा स्कूल का अधिग्रहण करीब 3 साल पहले किया गया था लेकिन उसके कमरों के नवीनीकरण का कार्य कई महीनों से जारी है। सरकारी कामकाज है इसलिए धीमी गति से हो रहा है।

महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के समीप स्थित महाराजवाडा भवन को 10 करोड़ से अधिक की लागत से हेरिटेज होटल के रूप में डेवलप किया जा रहा है। पिछले सप्ताह कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने महाराजवाड़ा भवन पहुंचकर यहां चल रहे रिनोवेशन के कार्यों का बारीकी से अवलोकन किया था और निर्माण एजेंसी एमपी टूरिज्म तथा संबंधित ठेकेदार को तेजी के साथ कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से इस हेरिटेड होटल के रिनोवेशन के शेष रहे कामों को पूरा करने में तेजी आ गई है। उल्लेखनीय है कि सिहंस्थ 2028 के दौरान उज्जैन आने वाले यात्रियों को महाकाल मंदिर के समीप 5 स्टार होटल की तरह सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह निर्माण कराया जा रहा है। महाराजवाडा भवन को हेरिटेज होटल बनाने के लिए इसमें 21 से अधिक रूम, रूफटॉप रिस्टोरेंट आदि कार्य कराए जा रहे हैं। कार्य पूरा हो जाने के बाद एमपी टूरिज्म द्वारा इसे संचालित किया जाएगा। हेरिटेड होटल में बने कमरों के झरोखों से भगवान महाकाल मंदिर के शिखर दर्शन भी होटल में ठहरे यात्री कर सकेंगे।

अब यहीं पर रुककर सुबह 4 बजे भस्म आरती में जा सकेंगे

पूरी तरह लग्जरी…. स्टील और कांच से बना कैफे, पोर्टेबल भी

    पर्यटन निगम ने 8 महीने पहले उज्जैन स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन से लेकर महाराजबाड़ा तक का विकास शुरू किया था। होटल पर करीब 20 करोड़ खर्च हुए।

    कैफे प्री-फैब्रिकेटेड स्टील स्ट्रक्चर से बनेगा। यह कांच से कवर होगा। कैफे में पारंपरिक और मालवा के व्यंजन परोसे जाएंगे।

    होटल में दो महाराजा-महारानी सुईट शामिल हैं। इसके अलावा तीन रेस्टॉरेंट भी होंगे।

उल्लेखनीय है कि, सिहंस्थ 2028 के तैयारियों के क्रम में महाराजवाडा को हेरिटेज होटल बनाया जा रहा है। जिसमें 21 से अधिक रूम, रूफटॉप रिस्टोरेंट आदि कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। कलेक्टर सिंह ने एमपी टूरिज्म के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यों को गुणवत्तापूर्ण रूप से समय पर पूरा कराएं। इसके बाद कलेक्टर सिंह ने लोक निर्माण विभाग अंतर्गत विभिन्न सड़क निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

उज्जैन में सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के अंतर्गत पहले चरण में 10 करोड़ से अधिक की लागत से मंगलनाथ मंदिर परिसर में स्टोन क्लैडिंग का काम किया जाएगा। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बुधवार सुबह मंगलनाथ मंदिर पहुंचकर यहां प्रस्तावित निर्माण कार्यों के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की।

उन्होंने सिंहस्थ 2028 के लिए मंदिर परिसर के कायाकल्प के लिए प्रस्तवतित 20 करोड राशि से प्रस्तावितकार्यो डीपीआर का अवलोकन किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान सीईओ उज्जैन विकास प्राधिकरण संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री नीरज पांडे, एसडीएम एल एन गर्ग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।

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