मध्यप्रदेश

आरोपित कमल को कोर्ट में किया पेश, सात दिन की पुलिस रिमांड पर सौंपा

आलीराजपुर

आलीराजपुर जिले में शिक्षा विभाग के हुए सबसे बड़े घोटाले के मास्टरमाइंड कमल राठौड़ मंगलवार को पकड़ में आ गया। कट्ठीवाड़ा पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है। करीब 20 करोड़ रुपए से अधिक के गबन के मामले में मुख्य आरोपी कमल राठौर केस दर्ज होने के बाद से फरार था। चल-अचल संपत्ति की कुर्क करने के आदेश के बाद यह आरोपी पकड़ा गया है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए 4 टीमें बनाई थी। पुलिस कमल की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। न्यायालय ने आरोपी कमल राठौर को नोटिस भी जारी किया था। कमल राठौर ने अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी। इसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। पुलिस की टीम आरोपी कमल राठौर से गबन व उसके अन्य साथियों के संबंध मे पूछताछ कर रही है।

आखिरकार अब मुख्य आरोपित गिरफ्त में

शिक्षा विभाग के जिले के अब तक के सबसे बड़े घोटाले में आखिरकार अब मुख्य आरोपित गिरफ्त में आया है। बता दें कि कोष व लेखा विभाग ने गत अगस्त माह में खड शिक्षा अधिकारी कार्यालय कट्ठीवाड़ा (डीडीओ कोड 4902506054) के खाते से संदिग्ध खातों में भुगतान किए जाने का मामला पकड़ा था।

इस पर संभागीय संयुक्त संचालक कोष व लेखा ने जांच के लिए दल भेजा था। जांच में सामने आया कि अप्रैल 2018 से लेकर जुलाई 2023 के बीच हेराफेरी की गई। तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी, लेखापाल व प्रभारी लेखापाल ने मिलकर विभाग के कर्मचारियों के स्वत्व की राशि रिश्तेदारों सहित अन्य के खाते में डाल दी तथा बाद में इस राशि का गबन कर लिया। जांच में 20 करोड़ 47 लाख 12 हजर 727 रुपये की अनियमितता सामने आई।

छह आरोपितों के खिलाफ मामला

जांच के बाद गत 24 नवंबर को पुलिस ने छह आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अन्य आरोपित तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी मधुलाल परमार, अच्छेलाल प्रजापति, रामनारायण राठौर, लेखापाल मोइनुद्दीन शेख, रमेशचंद्र बघेल को पहले ही जमानत मिल गई थी। मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा मुख्य आरोपित कमल तब से ही फरार चल रहा था। उसने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था, जिसे खारिज कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।

बाद में बढ़ाई गईं धाराएं, संपत्ति कुर्की की भी कवायद

पूर्व में पुलिस ने धारा 420, 409 तहत मुकदमा दर्ज किया था। हालांकि अनुसंधान के दौरान आरोपितों के विरूद्ध धारा 74 आइटी एक्ट, भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13 क, ख एवं 467, 468, 471 बढ़ाई गई। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एक तकनीकी सहित कुल चार टीमें बनाई गई थीं। साथ ही चल-अचल संपत्ति की कुर्की किए जानें हेतु धारा 82 जा.फौ. के तहत न्यायालय के माध्यम से कार्रवाई कराई गई थी। कोर्ट ने आरोपित कमल को इस संबंध में नोटिस भी जारी किया था। रिमांड अवधि में आरोपित से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाए जाएंगे।

चांदपुर थाने पर ले जाकर रखा गया, रौब से चलता आया नजर

पुलिस मंगलवार सुबह आरोपित कमल को जिले में लेकर आई। उसे चांदपुर थाने पर ले जाया गया था। शाम को मेडिकल और कोर्ट पेशी के लिए पुलिस उसे शहर लेकर आई। इतने बड़े गबन कांड के बाद भी आरोपित के चेहरे पर शिकन नजर नहीं आई। मेडिकल के लिए ले जाने के दौरान वह पुलिसकर्मियों के साथ रौब से चलता नजर आया।

 

 

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