‘मंदिर में आस्था रखें, बाबर-औरंगजेब को गाली नहीं दें’, भाजपा नेता का जवाब
पटना.
पटना में भाजपा नेता को जान से मारने की धमकी मिली है, जिसके बाद उन्होंने कोतवाली थाना में आवेदन देकर आरोपी पर उचित कार्रवाई करने और जान माल की सुरक्षा करने की गुहार लगाईं है। आवेदक भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल हैं। उन्होंने बताया कि परसों मेरा एक चैनल पर राम मंदिर के मुद्दे पर इंटरव्यू था। इंटरव्यू के दौरान सवालों के अनुसार मैंने अपनी बात रखी थी। उसी दिन रात में एक कॉल आया।
कॉल करने वाले ने शायद इंटरव्यू देकर ही कॉल किया था। उसने कहा कि आपने इंटरव्यू के दौरान बाबर और औरंगजेब के बारे में ऐसा क्यों कहा। भाजपा नेता दानिश इकबाल ने कहा कि फोन करने वाला धमकी के लहजे में कहा कि आपको ऐसा नहीं बोलना है। दानिश इकबाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि फोन करने वाले शख्स ने कहा कि नेता बन रहे हो? ऐसा कर रहे हो वैसा कर रहे हो। इसके बाद मैंने कोतवाली थाना में आवेदन देकर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी है।
जानिए क्या कहा आरोपी ने
कोतवाली थाना में दिए गये आवेदन में जिस नंबर से धमकी दी गई उस नंबर (9818706996) पर बात करने पर उस शख्स ने 'अमर उजाला' को अपना परिचय बिहार स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष सैयद लारै बकरम के रूप में दिया। सैयद लारै बकरम ने धमकी दिए जाने के सवाल पर कहा कि दानिश इक़बाल पॉलीटिकल पार्टी के नेता हैं। नेतागिरी करने का शौक हर किसी को होता है, इसलिए उनको भी नेतागिरी करने दीजिए। हमने किसी के साथ गाली-गलौज नहीं किया है। मेरी उनसे कई बार बात हुई और इस बातचीत में उन्होंने मुझसे तैश में बात किया। कोई वीडियो आया जिसके संदर्भ में मेरी उनसे बात हुई। उसे बातचीत के दौरान हमने कहा कि ठीक है, राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिनके मन में भक्ति है वह अयोध्या जरुर जाएं, सिर पर कलश लेकर जाएं, सबको जाना चाहिए लेकिन मेरा कहना यह है कि कोई बाबर या औरंगजेब को गाली दे रहा है, तीन तलाक पांच तलाक यह सब क्या है। सैयद लारै बकरम ने कहा कि समाज को आप क्यों दिगभ्रमित कर रहे हैं। बस यही बात है। इसी बात पर उन्होंने तैश में आकर मुझसे कहा कि कौन क्या कर लेगा। मैं पढ़ा लिखा और पत्रकारिता से संबंधित हूं भला मैं किसी को क्यों धमकी दूंगा। हमने किसी को कोई धमकी नहीं दिया है।
क्या कहती है पुलिस
इस मामले में कोतवाली थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि आवेदन दिया गया है, जिसमें दोनों तरफ से तू-तू मैं-मैं की गई है। किसी भी प्रकार के धर्म पर टीका-टिप्पणी नहीं किए हैं। दोनों सम्मान से ही बात किए हैं, हर धर्म का सम्मान होना चाहिए। किसी धर्म विशेष पर टीका-टिप्पणी मत कीजिये। दानिश जी बाबर पर शायद कुछ बोले हैं इसी पर यह कहा गया है कि आप चाहे किसी भी धर्म का सम्मान कीजिये लेकिन किसी धर्म विशेष के प्रति आप आपत्तिजनक बात मत कहिये। बस इसी बात पर दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं हुआ है। अभी एफआईआर नहीं हुआ है, मामले की जांच चल रही है।