राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा के एक महीने पूरे, जाने कैसा रहा कार्यकाल
जयपुर
राजस्थान के नए सीएम भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री के तौर पर एक महीना पूरा कर लिया है। 15 दिसंबर 2023 को भजनलाल शर्मा ने सीएम पद की शपथ ली और उसी दिन सचिवालय में आईएएस अफसरों की बैठक लेकर काम शुरू कर दिया। 15 जनवरी को सीएम भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री के रूप में काम करते हुए 30 दिन हो गए। इन 30 दिनों में उन्होंने कई निर्णय लिए। 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा पूरा कर दिया। साथ ही पेपर लीक मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जो लगातार धरपकड़ कर रही। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के शूटर रोहित राठौड़ के घर पर बुलडोजर चलाकर बदमाशों को सख्त चेतावनी भी दे डाली। आइए जानते हैं अपने कार्यकाल के पहले 30 दिन में भजनलाल शर्मा ने क्या क्या किया।
450 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा पूरा
भजनलाल सरकार ने सत्ता में आते ही 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा पूरा कर दिया। पीएम उज्ज्वला गैस योजना से जुड़े लाभार्थियों को 1 जनवरी 2024 से 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की शुरुआत कर दी। साथ ही नए लाभार्थियों को जोड़ने का काम भी शुरू कर दिया। 2 लाख से ज्यादा लोगों ने नए आवेदन भी किए हैं। गैस कंपनियों अभी केवाईसी करने में जुटी है। केवाईसी पूरी होने के बाद पात्र परिवारों को उज्ज्वला योजना से जोड़ा जाएगा।
गैंगस्टर के घर चलाया बुलडोजर
भजनलाल सरकार ने यह जता दिया कि बदमाशों के प्रति सख्त कार्रवाई होगी। उन्हें किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। 5 दिसंबर को जयपुर में हुए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपी शूटर रोहित राठौड़ के घर पर सरकार ने बुलडोजर चला दिया। गैंगस्टर के घर बुलडोजर चलाकर सरकार ने अपना रवैया जाहिर कर दिया। आगामी दिनों में अन्य गैंगस्टर के ठिकानों पर भी बुलडोजर चलाए जा सकते हैं।
पेपर लीक माफियाओं की धरपकड़
विधानसभा चुनाव के दौरान पेपर लीक का मुद्दा बड़ा हावी रहा। भजनलाल सरकार ने सत्ता में आते ही इन मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। दबंग आईएएस वीके सिंह को एसआईटी का प्रभारी बनाया और एसओजी एटीएस की जिम्मेदारी दी। एसआईटी के गठन के बाद एसओजी ने पेपर लीक की पुरानी फाइलें खंगाली और आरोपियों की धरपकड़ शुरू की। 12 दिन में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। सिंह ने बताया कि कई बड़ी गिरफ्तारियां जल्द होने वाली है।
गैंगस्टर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
सरकार ने सत्ता संभालते ही गैंगस्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके तुरंत बाद पुलिस महानिदेशक ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया। प्रदेश के दबंग आईपीएस दिनेश एमएन को इस टास्क फोर्स का नोडल प्रभारी बनाया गया। एसपी करण शर्मा सहित दो दर्जन से ज्यादा अफसरों और पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हुई। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने प्रदेश में ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां भी शुरू कर दी। पिछले 20 दिन से करीब 30 से ज्यादा गैंगस्टर और इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ब्यूरोक्रेसी में बदलाव लेकिन अफसरों के प्रति नरमी
एक महीने के कार्यकाल में भजनलाल सरकार ने आईएएस अफसरों की दो जारी की। कुल 112 आईएएस अफसरों के ट्रांसफर किए गए लेकिन किसी भी अफसर के प्रति सख्ती नहीं दिखाई गई। सरकार का रवैया अफसरों के प्रति नरम रहा। मध्यप्रदेश की मोहनलाल सरकार की तरह अफसरों को सस्पेंड नहीं किया गया। गहलोत राज में प्रमुख पदों पर रहे आईएएस अफसरों को भी अहम जिम्मेदारियां दी गई। वित्त और चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण विभागों में जिम्मेदारी संभाल रहे अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अफसरों को नहीं बदला। उन्हें यथावत रखा।