उत्तर प्रदेश

यूपी के संभल और चंदौसी में चल रही खुदाई में रोज नए-नए खुलासे हो रहे, अब मिली लंबी सुरंग

संभल
यूपी के संभल और चंदौसी में चल रही खुदाई में रोज नए-नए खुलासे हो रही हैं। हर दिन नई-नई चीजें मिल रही हैं। रहस्मय चीजों से दबे संभल में मंदिर और कुंआ मिला तो चंदौसी में खुदाई के दौरान बावड़ी और प्राचीन इमारत मिली। बावड़ी की खुदाई चल ही रही थी कि एक लंबी सुरंग भी मिल गई। सुरंग मिलने के बाद भी खुदाई जारी रही। सुरंग मिलने की खबर के बाद डीएम मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।

मुस्लिम बहुत मोहल्ला लक्ष्मण गंज में खाली मैदान में दबी बावड़ी की तलाश में चल रही खोदाई दिन पर दिन कई रहस्य खोलती जा रही है। बांकेबिहारी मंदिर से कुछ ही दूरी पर हो रही खुदाई के दूसरे रविवार को भी जारी है। एक दिन पहले यहां खुदाई के दौरान बावड़ी मिली तो प्रशासन ने यहां सफाई के निर्देश दिए। बावड़ी की सफाई चल ही रही थी कि अचानक से दो कमरे की एक प्राचीन इमारत मिल गई। अभी इसकी चर्चा चल रही थी कि एक सुरंग भी नजर आई।

सुरंग मिलने की खबर के बाद डीएम राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। डीएम ने बताया कि बावड़ी करीब 150 साल पुरानी लगी है। इसके सर्वे के लिए स्टेट ऑर्किलॉजिकल की टीम को बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभिलेखों में 400 वर्ग मीटर जमीन बावड़ी के रूप में दर्ज है। करीब 210 वर्ग मीटर में बावड़ी है, इस समय शेष भाग पर अतिक्रमण कर लिया गया, जिसे हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्राचीन बावड़ी से अतिक्रमण हटाने के दिए निर्देश

चंदौसी के लक्ष्मणगंज मोहल्ले में शनिवार सुबह 10 बजे से प्राचीन बावड़ी की खुदाई का कार्य शुरू हुआ। मौके पर एसडीएम नीतू रानी ने पहुंचकर निरीक्षण किया। इसके बाद जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई भी पहुंचे और खुदाई का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने लेखपाल दानवीर से बावड़ी और आसपास के क्षेत्र की जानकारी ली। नक्शा देखकर क्षेत्र का मुआयना किया और बताया कि बावड़ी का क्षेत्र लगभग 210 वर्ग मीटर है, जबकि इसका शेष भाग अतिक्रमण की चपेट में है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पैमाइश कर अतिक्रमण हटाया जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि बांके बिहारी मंदिर का जीर्णोद्धार सभी के सहयोग से कराया जाएगा। मंदिर के आसपास की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को भी हटाने की कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय प्रशासन इस दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है।

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