राजस्थान-प्रमुख सचिव ने दिए निर्देश-राजस्व लक्ष्यों की करें शत-प्रतिशत वसूली
जयपुर।
खान, भूविज्ञान एवं पेट्रोलियम विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री टी. रविकान्त ने माइनिंग विभाग के फील्ड अधिकारियों को राजस्व लक्ष्यों के अनुसार शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होेने निर्देश दिए कि आगामी तीन माह में अभियान चलाकर चालू बकाया के साथ ही पुरानी बकाया राशि, अवैध गतिविधियों के कारण जुर्माने की बकाया राशि और एमनेस्टी योजना के अनुसार बकाया राशि वसूली के ठोस प्रयास किये जाएं।
उन्होंने बताया कि जयपुर जोन के जयपुर और अजमेर एसएमई कार्यक्षेत्र में नवंबर, 24 तक 1042 करोड़ 26 लाख रु. की राजस्व वसूली हो चुकी है। प्रमुख सचिव श्री टी. रविकान्त सचिवालय में जयपुर जोन की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने मुख्यालय उदयपुर को निर्देश दिए कि राज्य में बकाया वसूली के न्यायालयों से स्टे प्राप्त रेवेन्यू प्रकरणों की इकजाई सूची तैयार कर नियमित समीक्षा के साथ ही न्यायालयों में विभागीय पक्ष को प्रभावी तरीके से रखा जाएं। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों के विरुद्ध राजस्व वसूली में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय पर्यावरण स्वीकृति के लिए सिया और सेक का गठन हो गया है। विभाग समन्वय बनाये हुए हैं। जिला स्तर से पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त खान व क्वारी लाइसेंस धारकों में से शेष रहे खान धारकों से परिवेश पोर्टल पर फार्म दो अपलोड कराने में तेजी लाने के निर्देश दिए।रविकान्त ने नीलामी के लिए माइनिंग प्लॉटों व ब्लॉकों के डेलिनियेशन कार्य की समीक्षा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि माइनिंग सेक्टर में अवैध गतिविधियों पर सख्ती से कार्यवाही की जाए और राजस्व छीजत को रोका जाएं। उन्होंने पुरानी बकाया वसूली के लिए रणनीति बनाने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए एमनेस्टी योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करने और बकायादारों को इस योजना का लाभ बताकर बकाया वसूली पर जोर दिया। संयुक्त सचिव माइंस आशु चौधरी ने अतिरिक्त निदेशक जयपुर जोन कार्यालयों की प्रगति से अवगत कराया। अतिरिक्त निदेशक जयपुर जोन श्री बीएस सोढ़ा ने बताया कि राजस्व लक्ष्य शत-प्रतिशत अर्जित करने के लिए नियमित समीक्षा की जा रही है। इसके लिए संबंधित बकायादारों को आवश्यकतानुसार नोटिस देने के साथ ही एलआर एक्ट के अुनसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसएमई जयपुर श्री एनएस शक्तावत ने बताया कि एसएमई जयपुर कार्यक्षेत्र में जयपुर एमई और एएमई कोटपुतली ने लक्ष्यों के विरुद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि अर्जित की है। उन्होंने बताया कि जयपुर एसएमई कार्यक्षेत्र में लक्ष्यों की शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित कर ली जाएगी। एसएमई अजमेर श्री जय गुरुबख्सानी ने बताया कि एएमई गोटन और एमई मकराना कार्यालय ने शत-प्रतिशत राजस्व वसूली की है। उन्होंने कहा कि अजमेर एसएमई कार्यक्षेत्र के लक्ष्यों के अनुसार राजस्व अर्जन कर लिया जाएगा। एसएमई विजिलेंस श्री प्रताप मीणा ने जिला स्तर से पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त लीज व क्वारी लाइसेंसधारियों द्वारा राज्य स्तर से पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त करने की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कार्य में तेजी आई है और विभाग द्वारा सेक और सिया कमेटी से समन्वय बनाया हुआ है।
समीक्षा बैठक में ओएसडी श्री श्रीकृष्ण शर्मा, एसजी श्री सुनील कुमार वर्मा और एसजी श्री संजय सक्सैना उपस्थित रहे। वितीय सलाहकार श्री गिरिश कछारा, अतिरिक्त निदेशक श्री पीआर आमेटा, टीए श्री देवेन्द्र गौड़, जयपुर एमई श्री श्याम कापड़ी, अलवर, सीकर, झुन्झुनू, दौसा, टोंक, कोटपुतली, नीम का थाना, अजमेर, ब्यावर, सावर, नागौर, मकराना, गोटन के एमई-एएमई अधिकारियों ने वर्चुअली हिस्सा लिया।