पार्वती-कालिसिंध-चंबल लिंक परियोजना: 17 दिसंबर को जिला स्तरीय किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा
उज्जैन.
उज्जैन सहित प्रदेश के 12 जिलों में संशोधित पार्वती-कालिसिंध-चंबल लिंक परियोजना के संभावित लाभांवित गांवों में उक्त परियोजना के अंतर्गत सिंचाई, पेयजल एवं उद्योगों के लिए जल उपलब्धता तथा इससे इन ग्रामों के आर्थिक तथा सामाजिक विकास का आधार बनने पर केन्द्रित जन जागरण के कार्यक्रम आगामी 25 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन के जल संसाधन विभाग के सचिव के द्वारा सभी संबंधित जिलों के कलेक्टर्स को कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इसके अनुसार प्रत्येक संभावित लाभान्वित ग्राम में गांव के मुख्य मार्गों पर राम जल सेतु कलश यात्रा और प्रभात फेरियां निकाली जाएं जिसमें अधिक से अधिक संख्या में ग्रामवासियों की सहभागिता रहे। यात्रा के समापन स्थल पर संशोधित पार्वती-कालिसिंध-चंबल लिंक परियोजना के महत्व को वर्णित किया जाए।
समस्त संभावित लाभांवित ग्रामों में संशोधित पार्वती-कालिसिंध-चंबल लिंक राष्ट्रीय परियोजना के महत्व तथा जल की आवश्यकता पर केन्द्रित नुक्कड नाटकों, भजन मण्डलियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन ग्राम के चबूतरों, सार्वजनिक स्थलों एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों पर किया जाए तथा भजन मण्डलियों के माध्यम से विशेष रूप से संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के महत्व को जन-जन तक पहुँचाया जाए।
समस्त संभावित लाभान्वित ग्रामों के विद्यालयों में जल पर केन्द्रित चित्रकला प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। सभी विद्यालयों में एक विशेष कक्षा का सत्र संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के महत्व पर रखा जाए एवं इससे होने वाले सकारात्मक प्रभावों को वर्णित किया जाए। इसके अलावा जिला मुख्यालयों पर 17 दिसंबर को किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाए जिसमें जन प्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जाए। सभा स्थल पर आम जन के अवलोकन हेतु प्रदर्शनी भी लगाई जाए। उल्लेखनीय है कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना का आगामी 17 दिसंबर को भूमि पूजन माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा किया जाएगा जिसका सीधा प्रसारण प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में किया जाएगा।