मध्यप्रदेश

प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ का असर, न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री की कमी, अगले तीन दिनों में बर्फीली ठंडी हवाएं चलेंगी

भोपाल

पड़ाहों पर हो रही बर्फबारी से बर्फीली हवाएं चलने लगी है जिससे मध्यप्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। पिछले 24 घंटों में 16 शहरों में तापमान 12 डिग्री से कम तो राजगढ़ गुना सबसे ठंडे रहे। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है।

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 3 दिन 11 से 13 दिसंबर तक अशोक नगर, गुना और धार जिले में शीतलहर (कोल्ड वेव) की स्थिति बनी रहेगी और तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जाएगी।वर्तमान में उत्तर प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र है।हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी होने से अगले 24 घंटों में प्रदेश के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट होने की आशंका है। खास करके पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी मौसम बदला रहेगा।

 तापमान में गिरावट के चलते ठिठुरन बढ़ गई है। रात के तापमान में पांच डिग्री तक की कमी आई है, जिससे ठंड का असर तेज हो गया है। दिन के तापमान में भी एक डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है.

चार दिनों बाद ठंड ने पकड़ी रफ्तार

पिछले चार-पांच दिनों से तापमान में बढ़ोतरी और आसमान पर बादलों की मौजूदगी के कारण ठंड का असर कम हो गया था। हालांकि, रविवार से ठंड ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है। सोमवार को अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इससे तीन दिन पहले, शनिवार को अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। केवल एक दिन में न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री और अधिकतम तापमान में एक डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। इससे ठंड का असर बढ़ गया है। लोग अब ठंड से राहत पाने के लिए गर्म कपड़े पहनने और अलाव जलाने का सहारा ले रहे हैं। ठंड बढ़ने से जिले के किसानों के चेहरों पर भी खुशी देखी जा रही है।

किसानों के लिए फायदेमंद ठंड

वर्तमान में किसान रबी सीजन की प्रमुख फसलें, जैसे गेहूं और चने, की बुवाई में व्यस्त हैं। अधिकतर क्षेत्रों में बुवाई पूरी होने के बाद अब सिंचाई की जा रही है। रबी सीजन की फसलों का उत्पादन ठंड पर निर्भर करता है। ठंडक बढ़ने से गेहूं और चने की फसल को फायदा होगा और उत्पादन बेहतर हो सकेगा। मंगलवार सुबह ठंडी हवाओं और ठिठुरन के साथ मौसम ने सर्दी का एहसास कराया। हल्की धुंध छाई रही और खेतों में गेहूं की फसलों पर ओस की बूंदें नजर आईं।

15 दिसंबर के बाद MP के इन जिलों में कड़ाके की ठंड-कोल्ड डे

एमपी मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ते ही 15-20 दिसंबर के बाद प्रदेश में कोल्ड डे, घने कोहरे और शीतलहर की स्थिति देखने मिलेगी । दिसंबर अंत और जनवरी में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव यानी, सर्द हवाओं के साथ घने कोहरा छाया रहेगा।खास करके इस बार सागर संभाग के जिले निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना, रीवा संभाग के मउगंज सीधी और सिंगरौली, जबलपुर संभाग के मंडला और डिंडोरी, इंदौर संभाग के झाबुआ, इंदौर और धार के उत्तरी हिस्से और पूरे ग्वालियर-चंबल संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। भोपाल संभाग के राजगढ़ और उज्जैन जिलों के कुछ-कुछ हिस्सों में अच्छी ठंड पड़ेगी।

पिछले 24 घंटे के मौसम का हाल

    प्रदेश में सबसे ठंडा जिला राजगढ़ रहा, जहां रात का पारा 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह तापमान पचमढ़ी से भी कम है। पचमढ़ी का पारा 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

    पिपरसमा (शिवपुरी) में 6.8 डिग्री, मरूखेडा (नीमच) में 7.4 डिग्री, राजगढ़ में 7.6 डिग्री, गिरवर (शाजापुर)/गुना में 8.6 डिग्री और सीहोर/पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में 9 डिग्री दर्ज न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।

    धार में 9.4 डिग्री, पचमढ़ी में 9 डिग्री, खजुराहो में 10.4 डिग्री, रायसेन में 9.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 10.5 डिग्री, नौगांव में 11.2 डिग्री, रीवा में 11.0 डिग्री और उमरिया में 11.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

    इंदौर में अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री, भोपाल में 23.4 डिग्री, उज्जैन में 24.5 डिग्री, ग्वालियर में 24.8 डिग्री और जबलपुर में 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

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