वन मंत्री रामनिवास रावत का त्यागपत्र राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने स्वीकार किया, वन विभाग मुख्यमंत्री के पास रहेगा
भोपाल
वन मंत्री रामनिवास रावत का त्यागपत्र राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने स्वीकार कर लिया है। विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव में पराजित होने के बाद उन्होंने मतगणना के दिन 23 नवंबर की ही देर शाम मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव को त्यागपत्र भेज दिया था। विदेश प्रवास से लौटने पर मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार करने की अनुशंसा राज्यपाल से की थी। जब तक किसी मंत्री को इसका प्रभार नहीं दिया जाता है, तब तक विभाग मुख्यमंत्री के पास रहेगा।
छह बार कांग्रेस से विधायक रहे रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनाव के समय भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया और सचिवालय ने सीट रिक्त घोषित करके उपचुनाव कराने का प्रस्ताव भेज दिया। आठ नवंबर, 2024 को उन्हें मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल किया गया। विधानसभा उपचुनाव में उन्हें कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा ने पराजित किया। मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि जब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होता या फिर किसी मंत्री को वन विभाग का प्रभार सौंपने के आदेश नहीं होते तब तक विभाग मुख्यमंत्री के पास रहेगा।
मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल में अब 31 मंत्री
रामनिवास रावत के त्यागपत्र के बाद अब मोहन मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की संख्या 31 रह गई है। नियमानुसार 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि नए वर्ष में मोहन मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, जिसमें क्षेत्रीय, जातीय और दलीय समीकरणों को देखते हुए नए चेहरों को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है।